इंदिरा गांधी को गिरफ्तार करने वाले पूर्व सीबीआई ऑफिसर का निधन, जानिए कौन थे एनके सिंह?

बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड निवासी एनके सिंह ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई। सेवानिवृत्ति के बाद वे अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह रहे थे, हालांकि वे साल में एक बार अपने पैतृक गांव जरूर आते थे।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गिरफ्तार करने वाले सीबीआई के चर्चित अधिकारी एनके सिंह का रविवार रात दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 97 साल के थे। बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड निवासी एनके सिंह ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई। सेवानिवृत्ति के बाद वे अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह रहे थे, हालांकि वे साल में एक बार अपने पैतृक गांव जरूर आते थे।
एनके सिंह ने सीबीआई में जॉइंट डायरेक्टर और दिल्ली के पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्य किया। उनकी सबसे चर्चित कार्रवाई 3 अक्तूबर 1977 को हुई, जब उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया। उस समय मोरारजी देसाई की सरकार सत्ता में थी। बताया जाता है कि गिरफ्तारी का आधार 1977 के रायबरेली आम चुनाव के दौरान 100 जीपों की खरीद और एक फ्रांसीसी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट देने से हुए 11 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान से संबंधित आरोप थे। इस घटना ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में ला दिया।
सेवानिवृत्ति के बाद एनके सिंह ने ‘खारा सच’, ‘द प्लेन ट्रुथ’ और ‘हॉल ट्रुथ’ नामक तीन पुस्तकें लिखीं। द प्लेन ट्रुथ में उन्होंने सीबीआई में अपने अनुभव साझा किए, जबकि हॉल ट्रुथ उनकी आत्मकथा थी, जिसमें उन्होंने अपने जीवन की यात्रा का वर्णन किया। अपनी आत्मकथा में उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू और जमुई के स्वतंत्रता सेनानी श्याम प्रसाद सिंह को अपने जीवन के दो प्रमुख प्रेरणास्रोत बताया।
उनके निधन की खबर से मधेपुरा में शोक की लहर दौड़ गई। उनके पैतृक घर पर स्टाफ रहता है। बताया जा रहा है कि उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में होगा। स्थानीय लोगों ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन के जिलाध्यक्ष व एनके सिंह के भतीजा संजय कुमार सिंह ने बताया कि 5 अक्टूबर की रात में अचानक उनकी तबीयत खराब हुई। इसके बाद उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रात 10.21 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।