इंडिगो ने किया साफ, मुनाफे का सौदा होगा तभी लगाएंगे एअर इंडिया के लिए बोली

  • नई दिल्ली. निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी इंडिगो सरकारी संकटग्रस्त एयरलाइन एअर इंडिया को खरीदने की दौड़ है। लेकिन इसके प्रेसिडेंट आदित्य घोष ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि एअर इंडिया के लिए बोली तभी लगाई जाएगी, जबकि यह मुनाफे का सौदा साबित हो और इससे एयरलाइन के हित प्रभावित होते हों। विश्वस्तरीय अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन बनने की मंशा जताते हुए इंडिगो पहली एयरलाइन हो गई है, जिसने औपचारिक तौर पर घाटे में चल रही एअर इंडिया को खरीदने की इच्छा जताई है। सरकार ने एअर इंडिया के विनिवेश की घोषणा की है और यह विनिवेश किस तरह से होगा इस पर काम चल रहा है।
    इंडिगो ने किया साफ, मुनाफे का सौदा होगा तभी लगाएंगे एअर इंडिया के लिए बोली
    केंद्रीय कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में एअर इंडिया के निजीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। इंडिगो भारतीय बाजार की सबसे बड़ी एयरलाइन है। इसकी बाजार हिस्सेदारी 41 फीसदी की है। इंडिगो का इरादा एअर इंडिया के अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन्स के अलावा उसकी मुनाफे वाली बजट एयरलाइन एअर इंडिया एक्सप्रेस को भी खरीदने का है।
     
    घोष ने नागरिक विमानन मंत्रालय को पत्र भेज कर यह इच्छा जताई है। उन्होंने इंडिगो के कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि प्रत्येक कार्रवाई एयरलाइन के हितों को ध्यान में रखकर की जाएगी। घोष कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक भी हैं।

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    उन्होंने गुरुवार को कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा, ‘मैं स्पष्ट कर दूं कि यदि यह मुनाफे वाला सौदा नहीं होता है और इससे हमारे कर्मचारियों, ग्राहकों और शेयरधारकों के लिए मूल्यवर्धन नहीं होता है, तो हम इस यात्रा पर नहीं निकलेंगे।’ इंडिगो के बेड़े में करीब 135 विमान हैं। यह हर रोज औसतन 900 उड़ानें संचालित करती है। इसके अलावा एयरलाइन ने 450 से ज्यादा विमानों के लिए आर्डर दे रखा है। वहीं, संकटग्रस्त सरकारी एयरलाइन एअर इंडिया पर 50,000 करोड़ से ज्यादा का कर्ज बकाया है। इसे 2012 में सरकार से 30,000 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद मिली थी।
     
    एअर इंडिया की भारतीय बाजार में 14 फीसदी हिस्सेदारी है। एअर इंडिया को खरीदने में रुचि दिखाने के बाद लगातार दूसरे दिन बीएसई में इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। दोपहर में 12 बजे से कुछ मिनट पहले यह 6.21 फीसदी लुढ़ककर 1,160.20 रुपए तक नीचे आ गया था। हालांकि इसने उबरने की कोशिश की, लेकिन बिकवाली के दबाव से उबर नहीं पाया। अंत में 5.82% नुकसान के साथ 1164.95 रुपए पर बंद हुआ। मंगलवार को इसमें दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई थी।
     
    हम इतने मजबूत नहीं कि दांव लगाएं : स्पाइसजेट
    स्पाइसजेट फिलहाल एअर इंडिया को खरीदने की इच्छुक नहीं है। एयरलाइन के सीएमडी अजय सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भले एअर इंडिया को राष्ट्रीय एयरलाइन के रूप में एक अच्छी संपत्ति माना जाता है। लेकिन हम इतने मजबूत नहीं कि इस एयरलाइन को खरीदने दांव लगाएं। स्पाइसजेट के बेड़े में फिलहाल 55 विमान हैं। इनमें 35 बोइंग 737एनजी और 20 बोम्बार्डियर विमान हैं। इनके जरिये वह 39 घरेलू और 7 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन कर रही है।
     
    भारतीय बाजार में इसकी बाजार हिस्सेदारी 12.6 फीसदी की है। स्पाइसजेट हाल में 90 और विमान खरीदने का ऑर्डर दिया है। इसमें चालीस 737 मैक्स-10 विमान बोइंग से 4.7 अरब डॉलर (करीब 30,300 करोड़ रुपए) में खरीदेगी। जबकि 50 क्यू-400 टर्बोप्रॉप विमान वह बोम्बार्डियर कमर्शियल एयरक्राफ्ट से 1.7 अरब डॉलर (10,900 करोड़ रुपए) में खरीदेगी।
     
     
     
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