आम लोगों को यातायात नियमों का कराया ज्ञान, जाने कैसे बचाएं जान

माह को दस दिन बीत चुके हैं। पहले दिन जागरूकता को लेकर कार्यक्रम किया गया। आम लोगों को नियमों का ज्ञान कराया गया। जिदगी का महत्व बताते हुए हेलमेट के प्रयोग की नसीहत दी गई। स्कूलों की छात्राओं ने फूल भेंटकर गांधीगीरी की। बावजूद इसके लोगों की आदत नहीं बदली। सोमवार को यातायात माह की सच्चाई जानने की कोशिश की गई तो हकीकत सामने आ गई। यातायात पुलिस के कर्मियों के सामने ही लोग आराम से बिना हेलमेट के आ जा रहे हैं, जीप पर लटककर यात्रा कर रहे हैं। बावजूद कोई उनकी तरफ देखने वाला नहीं है। पेश है रिपोर्ट- केस एक- वक्त दोपहर के एक बजे का है। एलबीएस चौराहे के समीप यातायात पुलिस के कर्मी लगे हुए हैं। वह वाहनों को पास करा रहे हैं लेकिन, उनके सामने ही लोग बिना हेलमेट व सीट बेल्ट लगाए ही आ-जा रहे हैं। एक कर्मी से जब पूछा गया तो उसका जवाब था कि अगर हम यह देखेंगे तो शहर जाम हो जाएगा। केस दो- बड़गांव पुलिस चौकी चौराहा। दोपहर के एक बजकर बीस मिनट हो रहे हैं। यहां पर एक होटल के सामने यातायात पुलिस कर्मी एकत्र हैं। लोग बेफिक्र भाव से रफ्तार भर रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि कोचिग से निकले कम उम्र के स्कूली बच्चे भी फर्राटा भर रहे हैं। पुलिस कर्मियों का कहना था कि यह तो इनके मम्मी-पापा को देखना चाहिए। इतनी कम उम्र में ही बच्चों को बाइक कैसे दे दिया।
जिम्मेदार के बोल
यातायात माह मनाया जा रहा है। लोगों को नियमों के बारे में जानकारी दी जा रही है। पुलिस कर्मियों को कहा गया है कि नियमों का पालन कराएं। अगर कहीं पर कोताही मिलती है तो, प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
– महेंद्र कुमार, एएसपी गोंडा