आमिर के चाचा के प्यार में ताउम्र रहीं कुंवारी आशा पारेख,चमकी थीं फिल्म ‘तीसरी मंजिल’ से
हिन्दी सिनेमा में अपनी एक्टिंग और खूबसूरती से सबको अपना दीवाना बनाने वालीं आशा पारेख का आज जन्मदिन है। 76 साल की हो चुकीं आशा हिंदी सिनेमा का काफी बड़ा नाम रह चुकी हैं। एक समय ऐसा था जब आशा पारेख के सभी दीवाने थे। यहां तक कि खुद आशा पारेख भी किसी से बेहद प्यार करती थीं। साल 1959 से लेकर 1973 आशा पारेख बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्री रहीं हैं। आइए उनके जन्मदिन पर बात करते हैं कुछ दिलचस्प किस्सों की।
आशा पारेख का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को गुजरात के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। आशा पारेख ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर फिल्म ‘आसमान’ से साल 1952 से की थी। आशा पारेख भारतीय सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं
बतौर एक्ट्रेस आशा पारेख की पहली फिल्म थी ‘दिल देके देखो’, जो बेहद सफल हुई थी। लगभग 80 फिल्मों में बतौर एक्ट्रेस काम कर चुकीं आशा पारेख की तमाम फिल्में बेहद पसंद की गई। जिनमें ‘जब प्यार किसी से होता है’, ‘घराना’, ‘भरोसा’, ‘मेरे सनम’, ‘तीसरी मंजिल’, ‘दो बदन’, ‘उपकार’, ‘शिकार’, ‘साजन’, ‘आन मिलो सजना’ प्रमुख है।
फिल्म ‘कटी पतंग’ के 10 साल के बाद 1971 में आशा को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। आशा पारेख वैजयंती माला और दिलीप कुमार की सबसे बड़ी फैन हैं। साल 1966 में रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘तीसरी मंजिल’ उनकी सफलतम फिल्मों में से एक मानी जाती है
आशा पारेख ने कभी शादी नहीं की थी लेकिन उनके और निर्देशक नासिर हुसैन के अफेयर की खूब चर्चाएं हुईं। नासिर हुसैन आमिर खान के चाचा हैं। नासिर हुसैन से शादी नहीं हो पाने की बात पर आशा पारेख ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो नहीं चाहती थीं कि नासिर हुसैन कभी भी अपने परिवार से अलग हों, इस वजह से उन्होंने शादी नहीं की। आशा पारेख की छवि एक ऐसी अभिनेत्री की है जिस तक पहुंचना या मिलना आसान काम नहीं है और शायद इसीलिए किसी ने कभी भी उनका हाथ नहीं मांगा।
‘कटी पतंग’ के लिए आशा पारेख को बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवार्ड 1972 में मिला और फिल्मों में योगदान के लिए फिल्मफेयर का ही लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2002 में मिला।