सेना की बड़ी कामयाबी, कश्मीर में आतंकी दानिश अहमद ने किया सरेंडर

कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर सबजार की मौत के बाद सेना को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। घाटी के टॉप आतंकवादी दानिश अहमद ने हंदवाड़ा पुलिस और सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स के सामने सरेंडर कर दिया है।

हिजबुल कमांडर सबजार अहमद को जम्मू कश्मीर में 27 मई को हुए एनकाउंटर में मार गिराया गया था। बता दें कि बुहरान वानी के मारे जाने के बाद सबजार को हिजबुल मुजाहिद्दीन का टॉप कमांडर बनाया गया था। उसे ‘सब डॉन’ के नाम से भी जाना जाता था। सबजार की मौत के बाद अब सबजार के साथी आतंकी दानिश ने भी सेना के सामने सरेंडर कर दिया है। बता दें कि दानिश अहमद को कमांडर सबजार भट्ट की अंतिम यात्रा में देखा गया था। दानिश अहमद का एक वीडियो भी सोशल मीडिया के जरिए सामने आया था।
पुलिस का कहना है कि अहमद का जो वीडियो आया था उसमें वह ग्रेनेड लिए हुए है। इस वीडियो को साउथ कश्मीर के त्राल, अवंतिपोर में स्थानीय मीडिया की ओर से उस समय तैयार किया गया था जब भट के जनाजे के समय काफी भीड़ मौजूद थी। सुरक्षाबलों की ओर से कई तरह के प्रयास किए गए थे और फिर अहमद ने 21 राष्ट्रीय राइफल्स के सामने सरेंडर कर दिया था।

दानिश से जब पूछताछ हुई तो उसने बताया कि वह साउथ कश्मीर में आतंकियों के संपर्क में था। बाद में आतंकियों के जोर देने पर वह हिजबुल का हिस्सा बन गया था। उससे नॉर्थ कश्मीर के कुछ युवाओं को सक्रिय करने के लिए कहा गया था। दानिश का उद्देश्य था कि घाटी में आतंकी वारदातों में तेजी आए। हालांकि बाद में उसे लगा कि यह बिल्कुल बेकार काम है और फिर उसने सरेंडर करने का फैसला किया।
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पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान आतंकी की पहचान दानिश अहमद के तौर पर की गई। यह कुलगाम का रहने वाला है और इसके पिता का नाम फारूक अहमद है। दानिश, दून कृषि विज्ञान और तकनीक पीजी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। पुलिस के मुताबिक दानिश को वर्ष 2016 में हंदवाड़ा में हुए पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल पाया गया था।





