आतंकवाद पर तगड़ी चोट, घाटी में चुन-चुनकर निपटाए जा रहे दहशतगर्द

पहलगाम हमले का ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान से बदला लेने के बाद अब सुरक्षाबलों ने घर (कश्मीर घाटी) में छिपे आतंकियों का सफाया शुरू कर दिया है। चुन-चुनकर दहशतगर्दों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने कश्मीर में 48 घंटे में हुईं दो अलग-अलग मुठभेड़ में छह आतंकियों को मार गिराया है।

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में बृहस्पतिवार को हुई मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकियों के नाम पहलगाम हमले के बाद जारी की गई सूची में हिट लिस्ट में शामिल थे। पहलगाम हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई में इनके भी घरों को सुरक्षाबलों ने मिट्टी में मिला दिया था।

मारे गए आतंकी आसिफ अहमद शेख का घर पहले नंबर पर था। दक्षिण कश्मीर में दो अलग-अलग मुठभेड़ में छह स्थानीय आतंकवादियों के मारे जाने के साथ ही घाटी में सूचीबद्ध स्थानीय आतंकवादियों की संख्या घटकर सिंगल डिजिट में पहुंच गई है, जोकि 1990 के दशक में आतंकवाद शुरू होने के बाद से अब तक का सबसे कम आंकड़ा है। सूत्रों के अनुसार, घाटी में सक्रिय विदेशी आतंकवादियों की संख्या करीब 40 है।

परिवार की बात मान लेता तो न मारा जाता आमिर…
मुठभेड़ के दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें आतंकी आमिर परिवार के सदस्य के साथ बात करता दिखाई दे रहा है। आमिर वीडियो में कह रहा है-मैंने उनसे (सुरक्षाबलों) कहा, आओ आओ, आगे आओ। उन्होंने मुझे कहा यह कौन है, मैंने कहा यह पाक ट्रेन है।

इस बीच एक महिला बोली- अरे कहां है मेरा भाई, सरेंडर कर दे। माना जा रहा है कि परिवार के साथ यह आमिर का आखिरी वीडियो कॉल था। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों को पहले आत्मसमर्पण करवाने के लिए यह कॉल करवाई थी।

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