आज 2.80 लाख छात्र 21 उम्मीदवारों के भविष्य के लिए डालेंगे वोट

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव 2025-26 के लिए आज मतदान होगा। आज 2.80 लाख छात्र-छात्राएं 21 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे। मतदान के लिए डूसू चुनाव कार्यालय ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुबह के कॉलेजों में सुबह साढ़े आठ बजे से मतदान शुरू हो जाएगा और दोपहर एक बजे तक चलेगा। वहीं, सांध्य कॉलेजों में दोपहर तीन बजे से शुरू होगा और रात साढ़े सात बजे तक चलेगा।
डूसू चुनाव के मद्देनजर नॉर्थ कैंपस, साउथ कैंपस सहित सभी कॉलेजों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है। बुधवार को सुरक्षा बलों ने कैंपस में मार्च भी किया। छात्र मार्ग पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मतदान को लेकर मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। बाहरी लोगों के प्रवेश पर कड़ी नजर रहेगी। मतगणना स्थल की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
छात्रों को भेजी गई एसएमएस और ईमेल से जरूरी सूचना
डूसू चुनाव के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. राज किशोर शर्मा ने बताया कि 52 पोलिंग स्टेशन बनाए गए है। साथ ही 711 ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है। दिव्यांग छात्रों के लिए कॉलेजों को अलग से निर्देश दिए गए है। कॉलेज उनके लिए ग्राउंड फ्लोर पर मतदान केंद्र की व्यवस्था रखेगा ताकि उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। मतगणना 19 सितंबर को यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम में करीब नौ बजे से शुरू हो जाएगी। छात्रों से अपील है कि वह चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों के साथ सहयोग करें। श्याम लाल कॉलेज प्राचार्य रबी नारायण कर ने कहा कि छात्रों की मतदान में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें एसएमएस और ईमेल के माध्यम से सूचना भेज दी गई है।
मतदान के लिए यह दस्तावेज जरूरी
दूसरे से लेकर चौथे वर्ष के छात्र कॉलेज आईकार्ड दिखाकर मतदान कर सकेंगे। वहीं, प्रथम वर्ष के छात्र आईकार्ड न होने की स्थिति में फीस की रसीद दिखाकर वोट कर सकते है। हालांकि, फीस की रसीद के साथ उन्हें मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पेन कार्ड अनिवार्य तौर पर दिखाना होगा। डूसू पैनल के लिए मतदान ईवीएम से और कॉलेज के काउंसलर के लिए मतदान बैलेट पेपर से होगा।
21 उम्मीदवार मैदान में
इस वर्ष डूसू चुनाव में 21 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें अध्यक्ष पद के लिए नौ उम्मीदवार मैदान में है। उपाध्यक्ष पद के लिए तीन, सचिव पद के लिए चार और संयुक्त सचिव पद के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में है। इसमें सात महिला उम्मीदवार भी शामिल है। नामांकन वापस लेने के बाद डूसू चुनाव कार्यालय की ओर से अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को लेकर जो सूचना जारी की गई थी उसमें पहले आठ नाम जारी किए गए थे। फिर एक नाम के छूट जाने पर दोबारा नौ नाम वाली सूची जारी की गई। इस पर प्रशासन ने एक नाम अनजाने में छूट जाने की जानकारी दी थी।
इन उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
छात्र संगठन -अध्यक्ष -उपाध्यक्ष -सचिव -संयुक्त सचिव
एबीवीपी -आर्यन मान -गोविंद तंवर -कुणाल चौधरी -दीपिका झा
एनएसयूआई -जोसलिन नंदिता चौधरी -राहुल झांसला -कबीर -लवकुश भड़ाना
आइसा-एसएफआई -अंजलि -सोहन कुमार -अभिनंदना -अभिषेक
महत्वपूर्ण तथ्य
52 पोलिंग स्टेशन बनाए
711 ईवीएम का होगा इस्तेमाल
19 सितंबर को होगी मतगणना
सुबह की पाली में सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक चुनाव
शाम की पाली में दोपहर तीन बजे से लेकर रात साढ़े सात बजे तक मतदान
दो लाख 80 हजार छात्र करेंगे मतदान
शहीद भगत सिंह कॉलेज में बनाया पिंक बूथ
शहीद भगत सिंह कॉलेज ने छात्राओं के लिए अलग से पिंक बूथ मतदान के लिए बनाया है। कॉलेज प्राचार्य प्रोफेसर अरुण कुमार अत्री ने बताया कि मतदान के दौरान छात्राओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो उसके लिए कॉलेज परिसर में पिंक बूथ तैयार किया गया है। इससे उन्हें मतदान के लिए लंबी कतार में नहीं खड़ा होना पड़ेगा। साथ ही जो भी छात्र डूसू चुनाव में मतदान करेगा उसे पांच लेक्चरर की अटेंडेंस मिलेगी। कॉलेज में एक दिन में छात्रों के चार-पांच लेक्चरर होते है। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने डूसू चुनाव में छात्रों से शत प्रतिशत मतदान की अपील की है। एबीवीपी दिल्ली प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि डूसू चुनाव डीयू के छात्रों के लिए एक उत्सव है। सभी छात्रों से अपील है कि वह शत-प्रतिशत मतदान कर इस उत्सव को सफल बनाएं।
विजय जुलूस निकालने पर रोक
हाईकोर्ट ने बुधवार को डूसू चुनाव परिणामों के बाद उम्मीदवारों और छात्र संगठनों को राजधानी में कहीं भी विजय जुलूस निकालने पर रोक लगा दी। मुख्य न्यायाधीश डीके उपाध्याय और न्यायमूर्ति तुषार राव गेदेला की खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि वह चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं कर रही है। हालांकि, यदि चुनाव संतोषजनक व्यवस्था के साथ नहीं होते तो कोर्ट डूसू के पदाधिकारियों के कामकाज को रोक सकता है। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस, दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारियों और नागरिक प्रशासन को निर्देश दिया कि वे डूसू चुनाव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी संभव और अनुमत कदम उठाएं। साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि चुनाव के दौरान किसी भी नियम का उल्लंघन न हो। यह निर्णय डूसू चुनाव के दौरान शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए लिया गया है, ताकि छात्रों और प्रशासन के बीच किसी भी तरह का तनाव या अव्यवस्था न हो।