आज ही नही बल्कि प्राचीन काल से ही महिलाओं के साथ होते आ रहे है अत्याचार, सच्चाई जानकर आपके होश उड़ जायेंगे
महिला को हमारे देश में सम्मान दिया जाता है कितना दिया जाता है वो आप जानते है. क्यूंकि रोज ही अखबारों में आप पढ़ते है की कही किसी महिला के साथ रेप की घटना हो गयी, कही किसी महिला के साथ अश्लील हरकत तो किसी के साथ छेड़खानी. अब देश के लिए यह आम बात है जहा कोई भी कभी भी किसी के साथ भी सम्भोग कर सकता है उस पर किसी की कोई रोक टोक नहीं है. क्यूंकि हमारे समाज की सोच है की हम महिला को सम्भोग के लिए प्रयोग कर सकते है. हैरानी की बात यह है की जो इंडस्ट्री महिला की इज्जत करने का पाठ पढ़ाती है वही इंडस्ट्री उनकी इज्जत को तार तार करती है. अब आप खुद ही देख सकते है अगर किसी पुरुष सामग्री का ऐड देना होता है तो उसमे भी किसी महिला को जरूर दिखाया जाता है वो भी कम कपड़ो में.
हर वर्ष बढ़ता है ग्राफ
दरअसल हमारे देश का कानून काफी लचीला है इतना लचीला की जब तक किसी मामले की सुनवाई होती है तब तक किसी न किसी शहर में दो से तीन रेप फिर हो जाते है. मगर हमारे देश में मिडिया के पास काम की कमी नहीं है कुरेद कर जख्मो पर नमक छिड़कने का उन्हें बहाना मिल ही जाता है. अब जीता जागता उदाहरण देख लीजिये की गुजरात की महिला के साथ रेप हुआ मगर उसको यह सिद्ध करने में 15 साल लग गए की उसके साथ रेप हुआ था.
वेदकाल में भी होती थी ऐसी हरकते
दरअसल ये हमारी भूल है की अब के लोगो की सोच बदल गयी है बल्कि ऐसा नहीं है पहले भी राजा महाराजा महिला को सम्भोग मात्र की चीज ही समझते थे. कोई राजा कही का सम्राज्य जीतता था तो वहा की रानी से लेकर दासी तक सब राजा की हो जाती थी. इतना ही नहीं देवताओ ने भी महिलाओ को इन्ही कामो के लिए प्रयोग किया. तो देर किस बात की चलिए जानते है.
माधवी
आज हम आपको माधबी की कहानी बतायेगे. दरअसल यह कहानी बहुत ही कम लोगो को पता है. बात यह है की माधवी को यह वरदान प्राप्त था की वो जब भी जन्मेंगी तो सिर्फ पुत्र उनके कभी पुत्री होगी ही नहीं साथ ही हर एक पुत्र को जन्म देने के बाद वो कुवारी हो जाएंगी. मगर ये वरदान उनके लिए श्राप साबित हुआ. उनके पिता से एक ब्राह्मण ने राजा से बिक्शा में 800 सफ़ेद घोड़ो के काले कान मांग लिए मगर वो मुसीबत में पड़ गए की इतने घोड़े मिलेंगे कहा. जिसके बाद उन्होंने परेशान होकर अपनी बेटी को ही गुरुदक्षिणा में दे दिया और कहा इसकी शादी उस से करवा देना जिसके पास 800 घोड़े हो मगर ऐसा कोई नहीं मिला जिसके बाद राजा गुरु और ग्वाले दोनों से अपनी बेटी से सम्भोग करवाया. इस कहने से जाहिर है की महिला को केवल सम्भोग के लिए ही प्रयोग किया गया.
सीता
माता सीता कही जाने वाली देवी को भी जब रावण ले गया और 14 वर्ष के लिए अपने पास बंदी बना कर रखा तो राजा राम उन्हें वहा से युद्ध कर के लेकर आये जिसके बाद सभी उनके चरित्र पर ऊँगली उठा बैठे. जिसको लेकर उन्होंने राज पाठ छोड़ा और सन्यासी का जीवन जिया. इतना ही नहीं जब वो घर से अलग थी तब वो गर्भवती भी थी. फिर भी लोगो ने एक ना मानी उन्हें अग्नि परीक्षा भी देनी पड़ी. अब समझ ही सकते है महिला को कष्ट के अलावा कुछ और नहीं मिला.