आज से दो दिवसीय जम्मू दौरे पर रहेंगे गृहमंत्री अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह आज से जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। शाम को राजभवन में उच्च सुरक्षा समीक्षा बैठक करेंगे। शुक्रवार को पुंछ जाएंगे। यहां पाकिस्तान की गोलाबारी के प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू पहुंच रहे है। शाम करीब पांच बजे वे जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वह शाम को ही सुरक्षा एजेंसियों के साथ सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा बैठक करेंगे। रात में राजभवन में रुकेंगे और शुक्रवार को पुंछ जाएंगे।

गृहमंत्री के साथ उच्च स्तरीय बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव, डीजीपी जम्मू-कश्मीर, सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ सहित खुफिया एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

बैठक में ऑपरेशन सिंदूर के बाद मौजूदा हालात, किश्तवाड़ में आतंकी हमले के साथ-साथ अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा इंतजामों पर विस्तृत चर्चा होगी। गृहमंत्री जम्मू संभाग के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान के हमलों से हुए नुकसान पर भी चर्चा करेंगे।

इन इलाकों में बंकर निर्माण की मौजूदा स्थिति और नए बंकर बनाने की योजना पर भी चर्चा हो सकती है। शुक्रवार को गृहमंत्री हेलीकॉप्टर से पुंछ जाएंगे। यहां पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। गृहमंत्री उस गुरुद्वारे में भी जा सकते हैं, जिसे पाकिस्तान ने निशाना बनाया था।

अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा बड़ी चुनौती
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 29 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर आ रहे हैं। शाह ने 22 अप्रैल की शाम को पहलगाम के बायसरन में हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद कश्मीर का दौरा किया था। अगले दिन वह बायसरन भी गए थे। सात से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृहमंत्री का केंद्र शासित प्रदेश का यह पहला दौरा है। वीरवार की शाम को वह राजभवन में बैठक करेंगे।

बैठक में फोकस पहलगाम हमले व ऑपरेशन सिंदूर के बाद आंतरिक सुरक्षा पर होगा। खासकर जम्मू की सुरक्षा स्थिति प्रमुख मुद्दा होगी। बैठक में तीन जुलाई से नौ अगस्त तक होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर भी चर्चा होगी।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस साल तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा बंदोबस्त पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बुरी तरह से हार से हताश पाकिस्तान पर देश भरोसा नहीं कर सकता है। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी पर्यटन कारोबार को पटरी पर लाने के लिए सकुशल अमरनाथ यात्रा की वकालत कर चुके हैं। ऐसे में यात्रा के दौरान सुरक्षा बनाए रखना बड़ी चुनौती है। पहलगाम आतंकी हमले के गुनाहगार अभी तक पकड़ से बाहर हैं। इसके अलावा पिछले दिनों छात्रू में हुई मुठभेड़ में शामिल आतंकी भी पकड़ में नहीं आ सके हैं। ऐसी स्थिति में शाह की यात्रा बहुत अहम मानी जा रही है।

कई आतंकियों के पकड़ में न आने से अमरनाथ यात्रा की संवेदनशीलता भी बढ़ी हुई है। डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर, राजोरी और पुंछ जिलों के ऊपरी इलाकों में आतंकवादियों की मौजूदगी है, यह सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है।

विशेष पैकेज की घोषणा पर निगाहें
शुक्रवार को शाह सीमावर्ती जिले पुंछ का दौरा करेंगे और नागरिक क्षेत्रों में पाकिस्तानी गोलाबारी से हुए नुकसान का आकलन करेंगे। वह गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलेंगे। बड़ी संख्या में घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के अलावा धार्मिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है। पिछले हफ्ते पुंछ के दौरे पर आए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।

उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार घरों और व्यावसायिक ढांचों को हुए नुकसान के लिए पैकेज की घोषणा करेगी। बीजेपी भी प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद राहत सहायता राशि बढ़ाने की वकालत कर चुकी है। ऐसे में सभी की निगाहें गृहमंत्री के दौरे पर है।

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