आगरा में कहां तैयार होगा सिटी लॉजिस्टिक पार्क?

आगरा में सिटी लॉजिस्टिक पार्क तैयार किया जाएगा। कर्नाटक की कंसलटेंट फर्म ने कुबेरपुर, उजरई, बाद और रैपुरा जाट में इसके लिए संभावनाएं तलाशी हैं।
शहर में जाम और भारी वाहनों की आवाजाही से निजात के लिए आगरा विकास प्राधिकरण सिटी लॉजिस्टिक पार्क विकसित करेगा। कर्नाटक की कंसलटेंट फर्म ने कुबेरपुर, बाद, उजरई और रैपुरा जाट में इस पार्क की संभावनाएं तलाशी हैं। यातायात सर्वे कर रिपोर्ट एडीए उपाध्यक्ष को सौंपी है।
नोएडा से कुबेरपुर तक यमुना एक्सप्रेस-वे किनारे एक तरफ न्यू आगरा अर्बन सेंटर बसाने की तैयारी है। करीब 1200 हेक्टेयर में विकसित होने वाला यह सेंटर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। दूसरी तरफ ग्वालियर हाइवे पर 138 हेक्टेयर में अटलपुरम टाउनशिप विकसित हो रही है। लखनऊ एक्सप्रेस-वे स्थित इनर रिंग रोड किनारे 449 हेक्टेयर में ग्रेटर आगरा प्रस्तावित है। ऐसे में पर्यटन नगरी में एक लॉजिस्टिक पार्क की कमी महसूस हो रही थी। जिसे पूरा करने के लिए एडीए ने दक्षिणी बाईपास स्थित मुड़ेहरा गांव में 88 हेक्टेयर भूमि पर सिटी लॉजिस्टिक पार्क का प्रस्ताव बनाया था। लेकिन, इस प्रस्ताव को लेकर शासन ने नए सिरे से व्यवर्हाता का अध्ययन करने के निर्देश दिए।
अध्ययन के लिए एडीए ने कर्नाटक की फर्म मैसर्स इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (आई डैक) को कंसलटेंट के रूप में नामित किया था। मई 2025 में कंसलटेंट फर्म का कार्यादेश जारी हुआ। 18 जुलाई को कंसलटेंट फर्म ने सिटी लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना के संबंध में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसमें लॉजिस्टिक पार्क के लिए चार स्थान चिह्नित किए हैं। चारों जगह यातायात का सर्वे प्रस्तुत किया है। एडीए उपाध्यक्ष एम अरुन्मोली ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट पर सभी हितधारकों से चर्चा के बाद प्रस्ताव पर बोर्ड बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
ये होता है लॉजिस्टिक पार्क
लॉजिस्टिक पार्क में एक स्थान पर माल, भंडारण, परिवहन व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। फिलहाल शहर में कोई लॉजिस्टिक पार्क नहीं है। ट्रांसपोर्ट नगर में सभी तरह का माल भंडारित होता है। भारी वाहन शहर में आते हैं। जाम व दुर्घटना होती हैं। ऐसे में लॉजिस्टिक पार्क विकसित होने से शहर को जाम और भारी वाहनों के प्रवेश से निजात मिलेगी।





