आईपीएस पूरन कुमार की अंतिम अरदास आज, नाडा साहिब गुरुद्वारा में हुआ आयोजन

हरियाणा के सीनियर आईपीएस वाई पूरन कुमार की अंतिम अरदास आज पंचकूला स्थित नाडा साहिब गुरुद्वारा में होगी। अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए प्रदेश के सभी आईपीएस और आईएएस अधिकारियों को बुलाया गया है। 31 मेंबरी कमेटी के लीगल एडवाइजर ओपी इंदल ने बताया कि हरियाणा के सभी आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के आने की संभावना है। अंतिम अरदास के आयोजन में प्रदेशभर से करीब 15 हजार लोगों के आने की उम्मीद है।

गौरतलब है कि रोहतक में सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में पोस्टेड आईजी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। उन्होंने 8 पेज का सुसाइड नोट और एक पेज की वसीयत छोड़ी। सुसाइड नोट में उन्होंने हरियाणा के डीजीपीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के तत्कालीन एसपीनरेंद्र बिजारणिया समेत 15 मौजूदा व पूर्व अधिकारियों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। इस केस की जांच चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी कर रही है।

एसआईटी रोहतक में दर्ज एफआईआर के संबंध में 8 पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज कर चुकी है। इनमें वे अधिकारी शामिल हैं जो रोहतक एफआईआर और दिवंगत आईपीएस अधिकारी के चंडीगढ़ स्थित घर और आॅफिसर, दोनों के महत्वपूर्ण मोड़ों पर मौजूद थे। इस पूरे मामले की जांच चंडीगढ़ के सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन द्वारा की जा रही है, जो आईपीएस वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार के द्वारा दर्ज कराई गई है।

एसआईटी रोहतक के शराब कारोबारी प्रवीण बंसल और रोहतक के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजारणिया से भी पूछताछ करने की योजना बना रही है, ताकि एफआईआर से पहले उनकी भूमिका और बातचीत स्पष्ट हो सके। इसको लेकर जल्द ही चंडीगढ़ एसआईटी नोटिस भी जारी करेगी। रोहतक एफआईआर में नामजद गनमैन सुशील कुमार से भी पूछताछ की गई है।

एसआईटी ने हरियाणा से मांगे ये अहम दस्तावेज

आईपीएस पूरन कुमार ने आईजी होम गार्ड रहते 14 नंवबर 2023 को लेटर लिखा था, जिसमें पुलिस परिसरों में 140 पूजा स्थलों को एक्स पोस्ट फैक्टो मंजूरी देने, 2001 बैच (वाई पूरण कुमार बैच) को 1 जनवरी 2015 से प्रमोशन दोबारा फिक्स करने की बात लिखी थी। इस पत्राचार की कॉपी मांगी गई है।

आईपीएस अमिताभ ढिल्लों के खिलाफ 29 अगस्त 2024 को भेजी गई शिकायत की कॉपी मांगी गई है। इसके बारे में पूरन कुमार ने लास्ट नोट में लिखा कि इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की तरफ से भेजा लेटर मांगा गया है। इस आधार पर एफआईआर दर्ज करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई।

तत्कालीन एसीएस होम, अनुराग रस्तोगी को 21 अगस्त 2024 और 25 सितंबर 2024 को भेजे गए सरकारी पत्र की कॉपी मांगी गई है। लास्ट नोट में पूरन कुमार ने लिखा कि इन पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उल्टा, प्रतिवेदनों/शिकायतों पर एकतरफा दफ्तर दाखिल कर दिया गया। शिकायतकर्ता को बयान या दस्तावेज देने का कोई मौका नहीं दिया।

वाई पूरन कुमार ने लास्ट नोट में लिखा था कि उनकी 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाली अवधि के लिए वार्षिक रिपोर्ट में की गईं टिप्पणियां तथ्यात्मक रूप से गलत, पूरी तरह काल्पनिक, निराधार, व्यक्तिगत पूर्वाग्रह से ग्रस्त और प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन थी। इस संबंध में हुए पत्राचार की कॉपी मांगी गई।

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