आईजी नक्सलियों के खिलाफ उठाया कणा कदम बोली गोली का जवाब गोली से देंगे

दंतेवाड़ा। नक्सली उन्मूलन में सभी का स्वागत है पर कानून के दायरे में रहकर काम करना होगा। नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन में पुलिस मजबूती से आगे बढ़ रही है पर जनता और संगठनों का सहयोग जरूरी है। इसके लिए इन संघ-संगठनों को कानून के दायरे में रहकर ही मदद करनी होगी।

आईजी नक्सलियों के खिलाफ उठाया कणा कदम बोली  गोली का जवाब गोली से देंगे

यह बातें रविवार को माईजी के दर्शन और घायल जवान-ग्रामीणों से मुलाकात के बाद प्रभारी आईजी पी. सुंदरराज ने मीडिया से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि बस्तर से नक्सलवाद खत्म होगा लेकिन उन्हीं की भाषा में जवाब देना होगा। जहां बोली का जवाब बोली और गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।

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दंतेवाड़ा डीआईजी और बस्तर आईजी का प्रभार लेने के बाद दंतेवाड़ा पहुंचे पी. सुंदरराज सुबह माईजी के दर्शन के बाद सीधे जिला हॉस्पिटल पहुंचे। जहां नक्सलियों के मारपीट से घायल ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें सुरक्षा और सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। बीती रात प्रेशर बम की चपेट में आकर घायल डीआरजी के जवान से भी मुलाकात कर शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। इसके बाद पुलिस लाइन कारली में अधिकारियों की बैठक लेकर जिले की वस्तुस्थिति से अवगत हुए।

इस दौरान अधिकारियों से कहा कि वे सर्तकता से कार्य करें। सर्चिंग के दौरान यह ध्यान रखें कि मानवाधिकार का उल्लंघन न हो और न ही किसी भी निर्दोष को परेशान करें। आपरेशन में जब भी जवानों को भेजा जाता है तो इसके लिए साफ दिशा – निर्देश दिए जाते हैं। अब तो मानवाधिकार के लिए जिला स्तरीय समिति भी बन गई है, जहां ऐसे शिकायतों की समीक्षा के बाद कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि बैकपुट पर आ चुके नक्सली इस तरह अटैक कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश करते हैं। पत्रकारों से चर्चा के दौरान एएसपी नक्सल आपरेशन जीएन बघेल और प्रशिक्षु आईपीएस डॉ. अभिषेक पल्लव मौजूद थे।

बख्शे नहीं जाएंगे सफेदपोश

मीडिया से चर्चा करते आईजी पी. सुंदरराज ने कहा कि नक्सली उन्मूलन को लेकर मजबूत रणनीति के साथ काम किया जाएगा। नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। सफेदपोश नक्सलियों पर पहले भी कार्रवाई हुई है। कानून के दायरे में आने पर किसी भी सफेदपोश को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन तमाम संघ-संगठनों का पुलिस मदद के लिए स्वागत करती है लेकिन इसके लिए सभी को कानून का सम्मान करना होगा। अनावश्यक किसी को परेशानी न हो, इसका ख्याल रख जाएगा और सबकी सहमति से कार्य करेंगे। अंदरूनी क्षेत्र के युवाओं का पुलिस में भर्ती नहीं होने के बाद खतरे की आशंका के सवाल पर आईजी ने कहा कि युवाओं सहित आम लोगों की सुरक्षा पुलिस की जवाबदेही है। आगे होने वाली भर्ती में उन्हें मौका दिया जाएगा। आईजी ने कहा कि अब ग्रामीण और युवा पुलिस के साथ आ रहे हैं, यह एक सकारात्मक संदेश है।

 

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