अलग दिखते थे भाई-बहन, महिला को होने लगा शक, करवाया अपना DNA टेस्ट तो खुला सालों पुराना राज!

आपने सुना होगा कि जिस झूठ से किसी का भला हो सके, वो झूठ, झूठ नहीं होता है. पर कई बार झूठ इस वजह से भी बोले जाते हैं क्योंकि सच बेहद कड़वा होता है. जब उस सच का पता चल जाता है तो बहुत हैरानी होती है. ऐसा ही एक महिला के साथ भी हुआ. उसे अपने भाई बहनों को देखकर हैरानी होती थी क्योंकि उनकी शक्ल, उससे अलग थी. इस वजह से उसने अपना डीएनए टेस्ट करवाया जिसके नतीजे देखकर वो चौंक गई क्योंकि उसके सामने सालों पुराना एक राज खुल गया.
आज के समय में DNA टेस्ट अक्सर मज़े या जिज्ञासा के लिए कराए जाते हैं, लेकिन कभी-कभी ये नतीजे हमारी ज़िंदगी को पूरी तरह बदल सकते हैं. ऐसी ही एक कहानी है केट की. मिररे वेबसाइट के अनुसार केट, टिकटॉक पर @juust_kate के नाम से जानी जाती हैं. एक साधारण DNA टेस्ट ने न केवल उनकी पारिवारिक पहचान को बदल दिया, बल्कि उन्हें एक नई संस्कृति, नई जड़ों और एक पिता की सच्चाई से भी रूबरू कराया. केट ने बताया कि वह फ्रांस में जन्मी थीं और उन्हें हमेशा से यही बताया गया कि उनके माता-पिता पुर्तगाली हैं लेकिन बचपन से ही उन्हें प्राचीन मिस्र की सभ्यता से गहरा लगाव रहा. यह लगाव इतना था कि उनकी मां उन्हें प्यार से “छोटी क्लियोपैट्रा” कहकर बुलाती थीं.
भाई-बहन को देखकर होता था शक
बचपन में ही उन्हें यह महसूस होने लगा था कि वह परिवार में सबसे अलग हैं. जहां उनके भाई-बहन गोरे और नीली आंखों वाले थे, वहीं उनकी त्वचा गेहूं जैसी थी और वह धूप में जल्दी झुलसती नहीं थीं. लोग अक्सर कहते कि वह पुर्तगाली नहीं, बल्कि मध्य-पूर्वी, लेबनानी, ट्यूनीशियाई या ग्रीक दिखती हैं. यह बात उन्हें लंबे समय तक उलझन में डाले रही. इस जिज्ञासा को शांत करने के लिए उन्होंने 2019 में एक DNA टेस्ट कराया. उन्हें उम्मीद थी कि वे करीब 85% पुर्तगाली निकलेंगी और कुछ हिस्सा शायद उत्तरी अफ्रीकी हो सकता है लेकिन जब छह सप्ताह बाद रिपोर्ट आई, तो वह पूरी तरह चौंक गईं.
डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट ने चौंकाया
DNA रिपोर्ट के अनुसार, केट की वंशावली में 58.4% मिस्री, 22.9% पुर्तगाली, 14.1% दक्षिण इटैलियन और 4.6% अल्जीरियाई जड़ें थीं. “यह वह नहीं था जिसकी मैंने उम्मीद की थी,” केट ने कहा. जब उन्होंने अपनी मां से इस बारे में बात की, तो जवाब मिला कि “हम सब दुनिया के बच्चे हैं” और “हम सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं.” लेकिन यह जवाब अधूरा था. वास्तविक सच्चाई 2022 में सामने आई, जब केट अपने नाखून बनवा रही थीं और उन्हें एक अनजान महिला का संदेश मिला. उस महिला ने दावा किया कि वह केट के असली पिता को जानती थी. इस संदेश ने केट को दोबारा अपनी मां से सवाल पूछने पर मजबूर कर दिया. तब जाकर उन्हें पता चला कि जिस व्यक्ति को वह अपना पिता मानती थीं, वह उनके बायोलॉजिकल पिता नहीं थे. उनका असली पिता मिस्र का एक व्यक्ति था, जिसकी मृत्यु पहले ही हो चुकी थी. “एक पल में मेरी पूरी दुनिया बदल गई,” केट ने कहा. “जिस व्यक्ति से मैं कभी मिल नहीं सकी, उसके लिए शोक मनाना मेरे लिए सबसे कठिन अनुभव था.” हालांकि, यह सच्चाई दर्दनाक थी, लेकिन इसके साथ केट को एक मिस्र में नया परिवार भी मिला. उन्हें मिस्र में तीन नए भाई-बहन मिले, जिनसे अब उनका गहरा रिश्ता बन गया है. अब केट लोगों को DNA टेस्ट के प्रति सावधान करती हैं. उनका कहना है, “यदि आप इस टेस्ट के नतीजों को सहने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं हैं, तो बेहतर है कि इसे न करें. यह आपके अस्तित्व, रिश्तों और पहचान को बदल सकता है.”