पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार शाम को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका पहुंचे। जहां सोमवार को उनकी मुलाकात राष्ट्रपति ट्रंप से व्हाइट हाउस में होगी। आशा है कि इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति इमरान से आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई करने का दबाव डालेंगे।
एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी के लिए अमेरिकी प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा। पीएम इमरान खान को मेट्रो में बैठकर होटल जाना पड़ा। खुद पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अमेरिका में रहने वाले कुछ पाकिस्तानी लोगों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे थे। पाक प्रधानमंत्री के तौर पर इससे पहले अक्टूबर 2015 में नवाज शरीफ ने अमेरिका की आधिकारिक यात्रा की थी।
क्रिकेटर से राजनेता बने 66 वर्षीय इमरान खान देश के मुखिया होने के बावजूद किसी चार्टर्ड विमान से न जाकर कतर एयरवेज की फ्लाइट से अमेरिका पहुंचे। जिसका प्रमुख कारण पाक का आर्थिक संकट बताया जा रहा है।
अमेरिका यात्रा के दौरान इमरान खान आईएमएफ के कार्यवाहक प्रमुख डेविड लिप्टन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास से भी मिलेंगे। इसके अलावा इमरान खान रविवार को वाशिंगटन डीसी में कैपिटल वन एरिना में पाकिस्तानी अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। जबकि मंगलवार को यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस थिंक-टैंक के कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
ओसामा का पता बताने वाले डॉक्टर की रिहाई की मांग करेगा अमेरिका
एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि मुलाकात के दौरान वह उस डॉक्टर की रिहाई की मांग कर सकते हैं जिसने वैश्विक आंतकी ओसामा बिन लादेन को पकड़ने में सीआईए की मदद की थी। पाकिस्तान ने डॉक्टर शकील अफरीदी को जेल में कैद किया हुआ है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने से पहले ट्रंप ने एक चुनावी प्रचार अभियान के दौरान कहा था कि वह पाकिस्तान से अफरीदी को दो मिनट में छुड़वा लेंगे। 2011 में अफरीदी ने सीआईए को अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को खोजने में मदद की थी। उसे बाद में गिरफ्तार किया गया और वह वर्तमान में पाकिस्तान की जेल में सजा काट रहा है।
बता दें कि डॉ. अफरीदी ने 2011 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को ओसामा बिन लादेन के छिपे होने के बारे में सुराग दिया था। इसके बाद पाक सरकार ने उन्हें देशद्रोह के आरोप में कैद की सजा सुनाई थी। कुछ ही दिन पहले अफरीदी के परिवार और वकील ने उम्मीद जताई थी कि ट्रंप, पाक पीएम इमरान के सामने उनकी रिहाई का मुद्दा उठाएंगे।