जानें वो 10 बड़े कारण जिस वजह से अमेरिका-ईरान के बीच हो गए है युद्ध जैसे हालात

ईरान और अमेरिका के टकराव ने अभूतपूर्व स्थिति पैदा कर दी है. ईरान के दूसरे सबसे ताकतवर शख्स जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद तेहरान हर हाल में बदला चाहता है. शनिवार को जामकरन मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराकर ईरान ने इंतकाम का ऐलान भी कर दिया है. वहीं अमेरिका ने कहा है कि उसे अब और किसी तरह की धमकी बर्दाश्त नहीं है और अगर ईरान ने हमला किया तो वो इसे नेस्तानाबूद कर देगा.

जनरल कासिम सुलेमानी की मौत से मध्य-पूर्व में पनपे संघर्ष के बाद 10 अहम घटनाक्रम हम आपको बताने जा रहे हैं.

1-ईरान ने लिया बदले का प्रण

जनरल कासिम सुलेमानी की मौत ने दुनिया की राजनीति में हलचल ला दी है. कच्चे तेल की कीमतों में चार फीसदी इजाफा हो गया, शेयर मार्केट सहम गई और दुनिया की तमाम बड़ी करेंसी दबाव में आ गई. ईरान ने कहा कि जिनके हाथ कासिम सुलेमानी के खून से रंगे हुए हैं, उनसे बदला लिया जाएगा. ईरान ने तीन दिन तक शोक का ऐलान किया और कहा कि अमेरिका को उसके दुस्साहस का परिणाम भुगतना होगा.

ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग की वो तस्वीरे जिसे देख आपकी आंखे हो जाएगी नम, 50 करोड़ जानवरों और पक्षियों की..

2-लगातार दूसरे दिन अमेरिकी स्ट्राइक

बगदाद में अमेरिका ने लगातार दूसरे दिन हवाई हमला किया. इराक के पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज के काफिले पर शनिवार को उत्तरी बगदाद में हमला किया गया. इस हमले में कम से कम पांच की मौत होने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में इसका खंडन किया गया.

3-कासिम सुलेमानी के जनाजे में नम आंखें

शनिवार को जब जनरल कासिम सुलेमानी का जनाजा निकला तो इराक की सड़कों पर हजारों लोग थे. कुछ की आंखें नम थी, तो कुछ गुस्से से भभक रहे थे. भीड़ लगातार अमेरिका मुर्दाबाद, मैं हू सुलेमानी का नारा लगा रही थी. इस जनाजे में इराक के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अदेल अब्देल महदी, शिया धर्मगुरु अम्मार अल हकीम, पूर्व प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी और ईरान समर्थक अन्य लोग भी शामिल हुए. कासिम सुलेमानी का जनाजा तेहरान पहुंचेगा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

4-पोम्पियो ने इजरायल, लेबनान से की बात

अमेरिका ने भी संभावित खतरे को देखते हुए अपनी मोर्चेबंदी शुरू कर दी है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर. पोम्पियो ने शनिवार को इराक के राष्ट्रपति सालिह, तुर्की के विदेश मंत्री, इजरायल के पीएम से बात की और अपना पक्ष इनके सामने रखा. पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका दुनिया भर में अपने हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

5-कतर के वित्त मंत्री से मिले रुहानी

अमेरिका के साथ युद्ध की ओर कदम बढ़ा चुके ईरान ने शनिवार को अपने देश में कतर के विदेश मंत्री का स्वागत किया. कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान शनिवार को तेहरान पहुंचे. ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने उनका स्वागत किया. दोनों देशों के बीच रणनीतिक महत्व के मुद्दों पर बात हुई.

6-3000 अमेरिकी सैनिक कुवैत पहुंचे

गल्फ में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के 82वें एयरबॉर्न बटालियन से 3000 अतिरिक्त सैनिकों का जत्था गल्फ के लिए निकल चुका है. अमेरिकी सैनिकों का ये अड्डा नॉर्थ कैरोलिना में स्थित है. पेंटागन के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सैनिकों की तैनाती का फैसला मध्यपूर्व में बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है. मध्य पूर्व में इन सैनिकों की तैनाती कर दी गई है.

7-ईरान ने बुलंद किया जंग का परचम

जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद गुस्से और गम में डूबे ईरान ने शनिवार को आश्चर्यजनक रूप से जंग की घोषणा करने वाले परचम को बुलंद कर दिया. ईरान ने पहले ही अमेरिका से बदला लेने का ऐलान कर दिया था. शनिवार सुबह ईरान ने जामकरन मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराकर ऐलान-ए-जंग कर दिया है. बता दें कि लाल झंडा फहराने का मतलब होता है कि युद्ध के लिए तैयार रहें या युद्ध शुरू हो चुका है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान और इराक के बीच युद्ध के दौरान भी लाल झंडा नहीं फहराया गया था.   

8-अमेरिकी दूतावास पर हमला

अमेरिकी रणनीतिकार और पेंटागन के सैन्य अधिकारी ईरान की रणनीति का आकलन ही कर रहे थे कि बगदाद स्थित ग्रीन जोन में ताबड़तोड़ रॉकेट गिरने लगे. ग्रीन जोन वो इलाका है जहां पर अमेरिका का दूतावास स्थित है. कुछ ही मिनटों में बलाड एयरबेस पर भी रॉकेट हमले की खबर आई. हालांकि, इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इस हमले के बाद इराक में अमेरिकी सैनिक तुरंत अलर्ट मोड में आ गए. आसमान पर अमेरिकी सेना के लड़ाकू विमान मंडराने लगे.

9-अमेरिकी सैनिकों का साथ छोड़ें इराकी

ईरान में बिगड़ते मौहाल के बीच ईरान समर्थित मिलिशिया ने इराकी सैनिकों से कहा है कि वे अमेरिकी सैनिकों से दूर रहें. कताएब हिजबुल्लाह नाम के संगठन ने इराकी सैनिकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे अमेरिकी अड्डों से लगभग 1000 मीटर दूर रहें. अमेरिका से सख्त नफरत करने वाले इस संगठन ने लगातार अमेरिकी ठिकानों पर हमले की धमकी दी है. इस संगठन ने अमेरिकी दूतावास पर हुए हमलों के बाद ये चेतावनी दी है.

10- ट्रंप की धमकी- जोरदार होगा जवाब

इराक में अमरीकी ठिकानों पर रॉकेट हमले से अमेरिकी राष्ट्रपति तिलमिला गए. उन्होंने ताबड़तोड़ ट्वीट किए और वीडियो मैसेज जारी किए. ट्रंप ने ईरान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अमरीका ने 52 ईरानी टारगेट की पहचान की है और अगर ईरान किसी अमेरीकी नागरिक या संपत्ति पर हमला करता है तो, उस पर ‘बहुत तेज़ी से और बहुत विध्वंसक हमला किया जाएगा. ट्रंप ने कहा कि अब ईरान की कोई धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमला करने वालों की पहचान की जाएगी और उनका खात्मा किया जाएगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button