अमृतसर: प्रशासनिक लापरवाही की बलिहारी, पड़ी दर्जनों जिंदगियों पर भारी, 50 मौतों की पुष्टि

नई दिल्ली। देश में विजय दशमी के पावन पर्व पर पंजाब के अमृतसर में एक बेहद ही खौफनाक और दर्दनाक हादसा पेश आने से सारा देश न सिर्फ स्तब्ध रह गया बल्कि इस दिल को झकझोरने वाली घटन के शोक में डूब गया। दरअसल आज अमृतसर में शाम के वक्त रेल पटरी पर एकत्रित भारी भीड़ जब रावण दहन देख रही थी कि अचानक उन पटरी पर अचानक दोनों ट्रैक पर ट्रेनों के आ जाने से जहां भगदड़ मच गई वहीं ट्रेन की चपेट में आकर तकरीबन पांच दर्जन लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि अधिकारिक तौर पर फिलहाल 50 लोगों की मौत की ही पुष्टि की गई है लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मरने वालों की संख्या और भी अधिक हो सकती है।
मिली जानकारी के मुताबिक दशहरे के दिन पंजाब के अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रही भीड़ पर ट्रेन चढ़ गई जिससे 50 लोगों की मौत हो गई। हादसे में तकरीबन पांच दर्जन लोगों की मौत की खबर है। मरने वालों की तादाद और बढ़ सकती है। मौके पर मंजर इस कदर दिल दहलाने वाला है कि ट्रैक के दोनों ओर शव बिखरे हुए हैं। वहीं प्राथमिक तौर पर इस पूरे हादसे के पीछे स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पूरी तरह से उजागर हो रही है। जिसके चलते इतने बड़ा हादसे वो भी इस खौफनाक तरह से पेश आया। इतना ही नही हादसे के बाद भी बचाव और राहत कार्य में भी शुरूआती लापरवाहियां सामने आई हैं। हालांकि  पंजाब सरकार ने ऐलान किया है कि मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों का पूरा इलाज सरकार द्वारा किया जाएगा।
बताया जाता है कि रेलवे ट्रैक के पास बने ग्राउंड में आस-पास के लोग दशहरे का उत्सव देख रहे थे। ये सभी लोग उत्सव देखते-देखते ट्रैक पर पहुंच गए और बड़ा हादसा हो गया। घटना अमृतसर के जौड़ा फाटक इलाके में हुई जो शहर के बीचों बीच स्थित है। यह हादसा अमृतसर दिल्ली रेलवे ट्रैक पर हुआ। दो अलग-अलग ट्रैक पर दो ट्रेनें एक साथ आ गई थी जिससे लोगों को कहीं भी भागने का मौका नहीं मिल पाया। क्योंकि ग्राउंड से लेकर ट्रैक तक सैकड़ों की संख्या में लोग खड़े थे इसी दौरान ये दर्दनाक हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि भीड़ रावण दहन देखने में व्यस्त थी और पटाखों के शोर में रेल की आवाज दब गई जिससे ट्रेन के आने का पता ही नहीं चला। ट्रेन 74943 डीएमयू से यह हादसा हुआ।
वहीं सबसे अहम और बेहद गंभीर बात ये है कि जैसा कि बताया जा रहा है कि के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर भी कार्यक्रम में मौजूद थीं। जो हादसे के बाद वहां से निकल गईं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या 50 से ज्यादा हो सकती है। इस हादसे के बाद पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि इस जगह पर दशहरा कार्यक्रम की इजाजत क्यों दी गई। साथ ही रेलवे पर भी सवाल उठ रहे हैं कि इस तरह की लापरवाही कैसे हुई कि सैकड़ों लोग ट्रैक पर आ गए और इन्हें हटाया भी नहीं गया।
वहीं ऐसे पावन पर्व पर हुई ऐसी लोमहर्षक घटना पर जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गहरा दुख जताते हुए शोक संवेदनायें व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए ट्वीट किया कि अमृतसर में ट्रेन दुर्घटना से बेहद दुखी हैं। उन लोगों के परिवारों के लिए मेरी गहरी संवेदनाएं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया और मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्दी से ठीक हो जाए। अधिकारियों से तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए कहा है। जबकि इसकी जानकारी होते ही रेल मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका से लौट रहे हैं।  रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा अमृतसर के लिए हुए रवाना।
उन्होंने इस पर राजनीति न करने की अपील की। जबकि हादसे के बाद सहायता के लिए पहुंच रही ट्रेन पर गुस्साई भीड़ ने पथराव किया। हादसे पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दुख जताया है। उन्होंने कहा, अमृतसर में दुखद रेल दुर्घटना के बारे सुनकर चौंक गया हूं। दुख के इस घड़ी में सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को खुले रहने के लिए कहा गया है। जिला अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
किसी भी जानकारी के लिए इस्तेमाल करें ये दूरभाष नंबर
हेल्पलाइन नंबर
मनावाला रेलवे स्टेशन
बीएसएनएल – 0183-2440024
पावर केबिन, मनावाला रेलवे स्टेशन
बीएसएनएल- 0183-2402927
अन्य सहायता नंबर- 9779232880, 9779232558, 7986897301
अमृतसर रेलवे हेल्पलाइन नंबर- 0183- 2223171, 0183 2564485.

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