अमित शाह की बड़ी चेतावनी, कहा- कुछ ही दिनों में टुकड़े-टुकड़े गैंग को…

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रचार के अंतिम दौर में राजधानी दिल्ली के सीमापुरी, हरीनगर और मादी पुर विधानसभा क्षेत्र में रोड शो किया और देश सुरक्षा, विकास और सुशासन के लिए लोगों से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट करने की अपील की. इस मौके प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, लोजपा नेता चिराग पासवान और मनजिन्दर सिंह सिरसा मौजूद थे.
अमित शाह ने रोड शो के दौरान जनता को संबोधित भी किया और कहा कि शाहीनबाग आम आदमी पार्टी व कांग्रेस का जोइंट प्रोजक्ट है. केजरीवाल और राहुल गांधी को इस बात की चिंता है कि शाहीनबाग पर चर्चा नहीं होनी चाहिए. मैं पूछना चाहता हूं कि वे बताएं देश की सुरक्षा चुनावी मुद्दा क्यों नहीं होना चाहिए? क्यों शाहीनबाग में बैठे लोग जिन्ना वाली आजादी मांग रहे हैं और क्यों टुकड़े-टकड़े गैंग उन्हें समर्थन दे रही है. इन लोगों शर्म आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं आप सबको बता देना चाहता हूं कि टुकड़े-टुकड़े को गैंग झटका लगने वाला है, क्योंकि आप जो 8 फरवरी को अपने पूरे परिवार के साथ बूथ पर कमल के निशान पर बटन दबाने जा रहे हैं, वो दिल्ली और देश के विकास व सुरक्षा को सुनिश्चित करने जा रहा है.
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अमित शाह ने कहा कि केजरीवाल ने पिछले पांच सालों में कोई कार्य नहीं किया है. उन्होंने कहा कि पांच सौ स्कूल बनवाएंगे, 50 कॉलेज बनवाएंगे, पांच हजार नई बसें चलवाएंगे. दिल्ली की जनता जानना चाहती है कि केजरीवाल आपको वो वादे कहां गए, जिसमें आपने कहा था कि हम दिल्ली को लंदन बनाएंगे? आज दिल्ली की सड़कों पर गढ्ढ़े हैं या गढ़्ढ़े में सड़क है, समझ में ही नहीं आ रहा है. उल्टा इन्होंने दिल्ली की जनता को केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ लेने नहीं दिया और रोक कर रखा. मैं पूछना चाहता हूं कि केजरीवाल ने आयुष्मान योजना को दिल्ली में लागू क्यों नहीं होने दी. सीधी सी बात है, इनकी कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है.
अमित शाह ने कहा कि याद कीजिए आज से साल भर पहले जब पुलवामा में आतंकी हमला हुआ और हमारी सेना ने एयर स्ट्राइक करके उसका बदला लिया. दिल्ली वासियों आप सभी जानते हैं पूरा देश सेना के शौर्य को सलाम कर रहा था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे ज्यादा दुखी कौन था. मैं बताता हूं पहला राहुल गांधी, दूसरा अरविंद केजरीवाल और तीसरा पाकिस्तान में बैठा इमरान खान था. इन तीनों को सर्जिकल स्ट्राइक से बहुत समस्या थी. मैं पूछना चाहता हूं क्या ऐसे लोगों को दिल्ली की सत्ता हाथ में देनी चाहिए. नहीं देनी चाहिए. ये लोग राष्ट्र की सुरक्षा के लिए बहुत खतरनाक हैं. दूसरी ओर केन्द्र सरकार लगातार जनहितों के कार्य कर रही है. लोगों को आवास, गैस कनेक्शन और आधारभूत सुविधाएं मुहैया करवा रही है. यही इनके दर्द का सबसे बड़ा कारण है. दिल्ली वाले ये बात भी अच्छी तरह समझते हैं और उसका जवाब 8 फरवरी को कमल के निशान पर बटन दबाकर देंगे.