अभी संभाल कर रख लें अपना वोटर आईडी और पैन कार्ड, वरना…
वोटर आईडी और पैन कार्ड को भी डेबिट या क्रेडिट कार्ड की तरह संभाल कर रखने की आदत आपको बड़ी मुसीबत से बचा सकती है। ऐसा नहीं होने पर आपको वैसे बैंक लोन चुकाने पड़ सकते हैं जो आपने कभी लिए ही न हो। इसलिए अपने दस्तावेज भरोसेमंद जगह या शख्स को ही सौंपे। इसमें हल्की लापरवाही भी भारी पड़ सकती है।
दरअसल ऐसा ही एक मामला नोएडा के सेक्टर- 34 में सामने आया है, जहां अपराधियों ने इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के रिटायर्ड कर्मचारी को चूना लगा दिया है। पीड़ित कर्मचारी के वोटर आईडी और पैन कार्ड की मदद से किसी ने क्रेडिट कार्ड और लोन निकाल लिया। किस्त के लिए नोटिस आया तो उन्हें बैंक और फिर पुलिस के पास जाना पड़ा।
बैंक में पीड़ित ने लोन और कार्ड के पेपर चेक किए तो दस्तावेज उनके थे पर फोटो किसी और की लगी थी। इसके बाद एसपी (क्राइम) अशोक कुमार सिंह के आदेश पर सेक्टर 24 थाने में केस दर्ज किया गया है। सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। यह फर्जी तरीके से दस्तावेज में छेड़छाड़ कर लोन निकालने का संवेदनशील मामला है।
पुलिस में दर्ज मामले के मुताबिक नोएडा सेक्टर 34 की पवेलियन सोसायटी में आईओसी के रिटायर्ड फील्ड कंसल्टेंट देवब्रत के साथ धोखा हुआ है। सितंबर में उनके पास जस्ट पे फाइनेंस कंपनी की तरफ से कॉल किया गया। कंपनी ने उनसे कहा था कि आपने अमेजॉन से शॉपिंग की ईएमआई कराई थी, जिसकी किस्त जमा नहीं कर रहे हैं। देवब्रत ने बताया कि उन्होंने ऐसी कोई खरीदारी नहीं की है और ईएमआई देने से मना कर दिया।
इसके कुछ दिन बाद उन्हें बजाज फाइनेंस की तरफ से भी कॉल किया गया। उन्हें बताया गया कि बिग बाजार से 13 हजार की शॉपिंग की थी और उसकी ईएमआई नहीं जमा कर रहे हैं। देवब्रत के मना करने पर उन्होंने लीगल नोटिस भेजने की धमकी दी। बातचीत के दौरान कंपनी कर्मचारी ने सेक्टर 49 बरौला के पते का जिक्र किया। देवब्रत ने कहा कि वे बरौला नहीं, सेक्टर 34 में रहते हैं।
इसके बाद कंपनी के कर्मचारी उनके घर पहुंचे और लोन से जुड़े दस्तावेज दिखाए। देवब्रत की वोटर आईडी और पैन कार्ड पर लोन लिया गया था, लेकिन फोटो किसी और की लगी थी। इन्हीं दस्तावेजों पर कई और कंपनियों से लोन और क्रेडिट कार्ड भी निकाले गए हैं। सारे जगहों को मिलाकर करीब 8 लाख रुपये की खरीदारी की गई है।