‘अब वोट बदलाव के लिए, न कि नेताओं के नाम पर’, सीएम नीतीश के गढ़ में बोले प्रशांत किशोर

जन सुराज पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार को नालंदा जिले के एकंगरसराय में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ एनडीए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को अब नेताओं के नाम पर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट देना चाहिए।
‘बिहार बदलाव यात्रा’ का नालंदा में जोशीला स्वागत
प्रशांत किशोर की ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत नालंदा और नवादा का यह एक दिवसीय दौरा रहा। जिले में प्रवेश करते ही ढोल-नगाड़ों के साथ उनका भव्य स्वागत हुआ। फूल-मालाओं से लदे उनके काफिले के पीछे गाड़ियों की लंबी कतार देखने को मिली। श्री सुखदेव हाई स्कूल मैदान में आयोजित जनसभा में हजारों की भीड़ उमड़ी, जहां स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उन्हें शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
डबल इंजन सरकार पर सीधा हमला
सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि वे पिछले तीन वर्षों से गांव-गांव घूम रहे हैं और आज भी बिहार में बच्चों के पास पहनने को कपड़े और पैरों में चप्पल नहीं है। उन्होंने डबल इंजन सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नेताओं को जनता के बच्चों की कोई चिंता नहीं है, इसलिए अब लोगों को खुद जागरूक होना होगा।
लालू और नीतीश पर हमला, मोदी पर भी निशाना
प्रशांत किशोर ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का उदाहरण देते हुए कहा कि “लालू जी का बेटा 9वीं पास नहीं है, फिर भी वे उसे राजा बनाना चाहते हैं, जबकि बिहार के पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही।” उन्होंने कहा, “इस बार वोट लालू, नीतीश या मोदी के नाम पर नहीं, अपने बच्चों के भविष्य के लिए दीजिए।”
औद्योगीकरण और रोजगार को लेकर उठाए सवाल
सभा में फैक्ट्री और औद्योगीकरण के मुद्दे को उठाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जब वोट बिहार से मिलते हैं, तो फैक्ट्री भी बिहार में लगनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि “फैक्ट्री गुजरात में लगनी चाहिए या बिहार में?” तो उपस्थित जनसमूह ने एक स्वर में कहा – “बिहार में।”
नीतीश को बाय-बाय कहने का आह्वान
सभा के अंत में प्रशांत किशोर ने जनता से सीधा सवाल किया कि क्या वे एक बार फिर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, या अब उन्हें ‘बाय-बाय’ कहना चाहिए? हजारों की भीड़ ने हाथ उठाकर नीतीश कुमार को बाय-बाय कहने की हामी भरी।
उन्होंने यहां तक कहा कि “अगर इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नीतीश कुमार के लिए वोट मांगें, तो भी उन्हें वोट मत दीजिए।”