अब पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच संघर्ष को सुलझाने में लगे ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शांति स्थापित करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को सुलझाना उनके लिए आसान होगा। ट्रंप ने पहले भी भारत-पाकिस्तान के बीच शांति कायम करने का दावा किया था, जिसे भारत ने खारिज कर दिया था। उन्होंने आठ युद्धों को सुलझाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर दुख भी जताया।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप दुनिया के कई युद्धों को रोकने या सुलझाने का दावा पहले ही कर चुके हैं और इस बीच अब वो पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शांति कायम करने की बात कह रहे हैं। उनका अगला लक्ष्य दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करना होगा।

अमेरिकी नेता ने दावा किया कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान संघर्ष को सुलझाना उनके लिए आसान होगा। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में रिपोर्टर्स से बात करते हुए कहा, “हालांकि मैं समझता हूं कि पाकिस्तान ने हमला किया, या अफगानिस्तान पर हमला हो रहा है। अगर मुझे इसे सुलझाना है तो यह मेरे लिए आसान है। इस बीच, मुझे अमेरिका को भी देखना है, लेकिन मुझे युद्ध सुलझाना पसंद है।”

भारत-पाकिस्तान संघर्ष को लेकर भी किया था दावा

रिपब्लिकन नेता ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने कई युद्ध सुलझाए हैं, जिसमें न्यूक्लियर पावर वाले पड़ोसी देशों भारत और पाकिस्तान के बीच शांति कायम करना भी शामिल है, लेकिन नई दिल्ली ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। भारत ने लगातार कहा है कि पाकिस्तान के साथ दुश्मनी खत्म करने पर सहमति दोनों सेनाओं के डायरेक्टर्स जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMOs) के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी।

‘मुझे नोबेल प्राइज नहीं मिला’

ट्रंप ने आठ युद्धों को सुलझाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर भी दुख जताया। उन्होंने कहा, “मैंने आठ युद्ध सुलझाए। रवांडा और कांगो जाकर भारत और पाकिस्तान के बारे में बात करें। उन सभी युद्धों को देखें जिन्हें हमने सुलझाया, और हर बार जब मैंने सुलझाया, तो उन्होंने कहा कि अगर तुम अगला वाला सुलझाओगे, तो तुम्हें नोबेल प्राइज मिलेगा। मुझे नोबेल प्राइज नहीं मिला। यह किसी बहुत अच्छी महिला को मिला। मुझे नहीं पता कि वह कौन है, लेकिन वह बहुत उदार थी। मुझे इन सब चीजों की परवाह नहीं है। मुझे बस जानें बचाने की परवाह है। लेकिन यह (पाक-अफगान संघर्ष) नौवां होगा।”

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