चारबाग रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम लागू करने को रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। अब यात्रियों से लेकर वाहन और सामान तक की स्कैनिंग होगी। वहीं, स्टेशन पर एक्सप्लोजिव डिस्पोजल सिस्टम से लेकर सीसीटीवी, मेटल डोर डिटेक्टर, व्हीकल सर्विलांस स्कैनर और बैगेज स्कैनर भी लगेंगे। इसका काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है। पूर्वोत्तर रेलवे ने लखनऊ जंक्शन पर बैगेज स्कैनर लगवाए थे।
इसी क्रम में उत्तर रेलवे ने भी इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम तैयार किया। स्टेशन की सुरक्षा पुख्ता करने को शुरुआती चरण में 46.51 करोड़ रुपये का बजट था। अब यह करीब 70 करोड़ रुपये हो गया है। इसमें उत्तर रेलवे के 28 प्रमुख स्टेशन शामिल थे, जिसमें लखनऊ व वाराणसी है। इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम में चारबाग स्टेशन की मुख्य एंट्री से लेकर आलमबाग की ओर बनी सेकेंड एंट्री तक की निगरानी शामिल है।
ऐसे बढ़ेगी मुस्तैदी
190 सीसीटीवी कैमरे रखेंगे निगाह
स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ ने कैमरे लगाए हैं। जीआरपी ने 54 एचडी सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे, फिर 65 कैमरे लगाए गए। अब इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम के तहत 190 सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे।
बैगेज स्कैनर करेगा सामान की जांच
स्टेशन के बदहाल मेटल डोर डिटेक्टर बदल दिए गए हैं। ऐसे ही अब मुख्य एंट्री से लेकर सेकंड एंट्री तक से बगैर सामान की जांच करवाए स्टेशन पहुंचना मुश्किल होगा। इसके लिए मुख्य एंट्री की ओर चार व सेकंड एंटी पर दो स्कैनर लगाने की योजना है। इतना ही नहीं प्लेटफॉर्म नंबर एक पर बने अमानती घर में भी बगैर जांच के सामान नहीं रखा जाएगा।
पहली बार एक्सप्लोजिव डिस्पोजल सिस्टम
चारबाग स्टेशन पर पहली बार एक्सप्लोजिव डिस्पोजल सिस्टम लगेगा। इससे विस्फोटक निष्क्रिय करने में मदद मिलेगी। विस्फोट निरोधक सिस्टम में मेटल डिटेक्टर, ईओडी उपकरण भी रहेंगे। यह सिस्टम कंप्यूटर ऑपरेटेड होगा।
चरणबद्ध तरीके से होगा काम
उत्तर रेलवे के एवन श्रेणी के स्टेशनों पर इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम लगाने की योजना है। इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। इसी क्रम में चारबाग स्टेशन को भी सुरक्षा के लिहाज से अत्याधुनिक बनाया जाएगा। इसके लिए बजट भी है।