अपने जिगरी यार को भी भूलकर न दें ये 5 सलाह, पल भर में बिखर जाएगी सालों पुरानी दोस्ती

सोचिए एक दिन आपका जिगरी दोस्त आपसे दूर हो जाए… वो भी सिर्फ उस बात पर जो शायद आपने हल्के-फुल्के में कभी कह दी थी। जी हां अगर आप भी नहीं चाहते कि आपकी सालों पुरानी दोस्ती पलभर में टूट जाए तो यहां बताई 5 सलाह (Advice That Ruins Friendship) भूलकर भी अपने बेस्टफ्रेंड को न दें नहीं तो सालों पुरानी दोस्ती टूटने भी बिल्कुल समय नहीं लगेगा।

बचपन से लेकर जवानी तक, स्कूल के बंक से लेकर पहले इश्क तक, दिल टूटने के आंसुओं से लेकर शादी की मस्ती तक- अगर कोई साथ देता है, तो वो होता है “जिगरी यार”।

हालांकि, अक्सर हम इस रिश्ते की मासूमियत में एक बड़ी गलती कर बैठते हैं। जी हां, अनजाने में अपने सबसे करीबी दोस्त यानी बेस्टफ्रेंड को ऐसी सलाह दे देते हैं जिसमें हमारे इरादे तो अच्छे होते हैं, लेकिन उसका असर दोस्ती पर हमेशा बुरा ही पड़ता है।

दरअसल, सलाह देना आसान है, लेकिन सलाह कब, कैसे और किसे दी जाए- यह समझना कला है और कई बार गलत सलाह की वजह से सालों पुरानी दोस्ती भी एक झटके में चटक सकती है। आइए जानते हैं वो 5 सलाह (Dosti Todne Wali 5 Salah), जो आप चाहे जितने भी करीबी क्यों न हों, अपने दोस्त को देने से बचना चाहिए।

“उससे ब्रेकअप कर ले यार”
आपका दोस्त प्यार में है, हो सकता है उस रिश्ते में उतार-चढ़ाव भी चल रहे हों। लेकिन जब आप सीधा बोलते हैं, “ब्रेकअप कर दे” – तो आप दोस्ती के मैदान में बॉल नहीं, ग्रेनेड फेंक रहे होते हैं।

क्यों न पहले समझें कि समस्या क्या है?
हो सकता है वो सिर्फ आपसे सहानुभूति चाहता हो, कोई फैसला नहीं।
सलाह नहीं, सहारा दें। सुझाव नहीं, समझदारी दिखाएं।

“तेरे बस का नहीं है, छोड़ दे ये काम”
अगर आपका दोस्त कोई नया सपना देख रहा है – स्टार्टअप शुरू करना, म्यूजिक बनाना, या कोई नया कोर्स करना – और आप कह दें, “भाई तेरे बस का नहीं है” तो आप उसका आत्मविश्वास तोड़ते हैं।

हो सकता है वो आपके ऊपर सबसे ज्यादा भरोसा करता हो।
और आप ही उसकी उम्मीद तोड़ दें, तो वो खुद को किससे जोड़ेगा?
बेहतर होगा कि आप उसे उसके रास्ते दिखाएं, रोके नहीं।

“तू बहुत बदल गया है यार”
दोस्ती में बदलाव आना स्वाभाविक है। लोग करियर, परिवार और जिम्मेदारियों में व्यस्त हो जाते हैं। लेकिन जब आप इसे ताने की तरह बोलते हैं — “अब तू पहले जैसा नहीं रहा” — तो बात दिल पर लगती है।

हो सकता है आपका दोस्त खुद भी आपसे दूरी महसूस कर रहा हो।
और आप उसका गिल्ट और बढ़ा देते हैं।
क्यों न मिलकर पुराने दिनों की याद ताजा करें, बजाय ताना मारने के?

“तेरी किस्मत ही खराब है”
जब कोई दोस्त पहले से ही परेशान हो – नौकरी न मिले, रिलेशनशिप टूट जाए या घर की कोई टेंशन हो — और आप कहें “तेरी किस्मत ही खराब है” तो वो टूट सकता है।

उस समय उसे हौसला चाहिए, भगवान का ताना नहीं।
ऐसा कहकर आप उसका दर्द और बढ़ा देते हैं।
उसकी उम्मीदों को पानी दें, न कि नमक।

“अब तू मेरा दोस्त नहीं रहा”
गुस्से में कहे गए शब्द, दोस्ती में छेद कर सकते हैं। हो सकता है आपका दोस्त किसी बात पर चूक गया हो, कुछ कह नहीं पाया, या वक्त नहीं दे पाया। लेकिन गुस्से में “अब तू मेरा दोस्त नहीं रहा” कह देना – पल भर में सालों का रिश्ता खत्म कर सकता है।

ये वो शब्द हैं जो माफ भले हो जाएं, लेकिन भूले नहीं जाते।
कुछ बातों को कहने से बेहतर है, उन्हें महसूस कराया जाए।

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