चाइल्ड एक्टर के तौर पर मुमताज ने साल 1952 में आई फिल्म ‘संस्कार’ में काम किया था। इसके बाद कई फिल्मों में काम किया जिसमें यैस्मिन, लाजवंती, सोने की चिड़िया फिल्में शामिल हैं। इसके बाद मुमताज ने दारा सिंह के साथ लीड एक्टर के तौर पर ‘फौलाद’ फिल्म में काम किया। ‘फौलाद’ फिल्म साल 1963 में रिलीज हुई थी। एक इंटरव्यू के दौरान मुमताज ने कहा था- ‘दारा सिंह के साथ स्क्रीन शेयर करने के बाद मेरे पास फिल्मों की लाइन लग गई थी। मैं उनकी हमेशा आभारी रहूंगी।’
खबरों की मानें तो मुमताज से शम्मी कपूर और जीतेंद्र बेइंतहा प्यार करते थे। यहां तक कि वह शादी भी करना चाहते थे। एक इंटरव्यू के दौरान मुमताज ने इस बात का जिक्र भी किया था। मुमताज ने कहा था – ‘मैं अपने आप को खुशनसीब समझती हूं यह लोग मुझसे शादी करना चाहते थे। मुझे आकर्षण जरूर था उसके ज्यादा कुछ नहीं।’
हिंदी सिनेमाजगत की मुख्यधारा में आने से पहले मुमताज ने बी-ग्रेड की फिल्मों में भी काम किया है। मुमताज ने यह फिल्में राजेश खन्ना की साल 1969 में आई फिल्म ‘दो रास्ते’ में कास्ट होने से पहले तक की थी। खबरों की मानें तो ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ फिल्म में देव आनंद की बहन बनने का किरदार पहले मुमताज को ऑफर किया गया था। मुमताज उस वक्त बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस थीं और नहीं चाहती थी कि बड़े परदे पर वह देव आनंद की बहन का रोल निभाए। इसके बाद यह रोल जीनत अमान ने निभाया था।
लोगों के दिलों पर राज करने वाली मुमताज की जिंदगी में ऐसा वक्त भी आया जब वह ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो गई थीं। इस बीमारी का मुमताज को बाद में पता चला। कीमोथेरेपी की वजह से मुमताज की हालत और भी खराब हो गई थी। उनके सारे बाल उड़ चुके थे, यहां तक कि पलकों और भौहों के बाल तक झड़ गए। ऐसी हालत में मुमताज को घर से निकलने में भी डर लगता था। इसका जिक्र मुमताज ने 2006 में दिए एक इंटरव्यू में भी किया था।
मुमताज ने करियर की बुलंदी पर पहुंचकर बिजनेसमैन मयूर मधवानी से शादी 1974 में कर ली थी। उस वक्त मुमताज महज 27 साल की थीं। शादी करने के बाद मुमताज ने फिल्मों से किनारा कर लिया था और विदेश चली गई थीं। मुमताज की दो बेटियां है नताशा और तान्या। नताशा की शादी फिरोज खान के बेटे फरदीन खान से हुई है।