अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव सीएमएस में 4 अप्रैल से
फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियाँ एवं बाल कलाकार पधारेंगे लखनऊ
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के फिल्म्स डिवीजन के तत्वावधान में विश्व का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2019) 4 से 12 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। इस नौ-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में प्रदर्शन हेतु 101 देशों की लगभग 1655 शैक्षिक बाल फिल्में आई हैं, जिनमें से चुनिन्दा लगभग 550 बाल फिल्मों का निःशुल्क प्रदर्शन किया जायेगा। बाल फिल्मोत्सव के दौरान किशोरों व छात्रों के उत्साहवर्धन हेतु फिल्म जगत की तमाम दिग्गज हस्तियाँ एवं बाल कलाकार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
आई.सी.एफ.एफ.-2019 में पधारने वाले बाल कलाकारों में अभिनेता बोमन ईरानी, अभिनेता श्री शाहबाज खान, अभिनेता आशीष सिंह, अभिनेता अभिषेक दूहान, अभिनेता युसुफ हुसैन, अभिनेता-निर्देशक निखिल द्विवेदी, अभिनेता-निर्देशक रूमी सिद्दीकी, निर्माता-निर्देशक पार्थो घोष, अभिनेत्री गौरी पंडित, अभिनेत्री सुष्मिता मुखर्जी, अभिनेत्री नंदिता ओम पुरी, अभिनेत्री सुश्री सुदीपा सिंह, अभिनेत्री सुश्री मनीषा ठक्कर, गायक एम डी सलामल, गायक आर.जे. विक्रम एवं बाल कलाकारों में दर्शील सफारी, अनमोल चौधरी, अनिरूद्ध दवे, महिमा गौड़, रूद्र सोनी, जपतेज सिंह, आरव शुक्ला, देव जोशी, सुहानी भटनागर, सलोनी डैनी, अमन सिद्दीकी, नमन जैन, रित्विक सहोर, प्रभजोत सिंह, अनुष्का सेन, रुबल जैन एवं यूनुस खान शामिल हैं। उक्त जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है।
श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. कर अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव सभी के लिए पूर्णतया निःशुल्क है एवं लखनऊ के सभी स्कूलों के बच्चे, युवक, माता-पिता, अभिभावक व शिक्षक ‘प्रथम आगत प्रथम स्वागत’ के आधार पर बाल फिल्में देखने के लिए आमंत्रित हैं। अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में प्रातः 9.00 बजे एवं दोपहर 12.00 बजे से रोजाना दो फिल्म शो आयोजित होंगे तथापि बाल फिल्मों का प्रदर्शन सी.एम.एस. कानपुर रोड के मेन आडिटोरियम के अलावा सात मिनी ऑडिटोरियम में एक साथ किया जायेगा। बच्चों की सुविधा के लिए विदेशी बाल फिल्मों का हिन्दी व अंग्रेजी रूपान्तरण भी साथ-साथ दिखाया जायेगा। अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में विभिन्न श्रेणियों के अन्तर्गत सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को 10 लाख रूपये के नगद पुरस्कारों से सम्मानित किया जायेगा। सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों का चयन एक अन्तर्राष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा किया जायेगा, जिनमें निल्स मामरोज (डेनमार्क), लाली किक्नावेलीज (जार्जिया), विद्याशंकर एन जोईस (भारत), श्याम प्रसाद (भारत) एवं श्री विनोद गनात्रा (भारत) शामिल हैं।