अनुच्छेद 370 हटने की छठी वर्षगांठ आज: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था सख्त

पुलिस ने चिनाब घाटी के डोडा, किश्तवाड़ व रामबन और पीर पंजाल के राजोरी, पुंछ व शोपियां जिलों के संवेदनशील इलाकों को सील कर दिया है। इन जगहों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। मंगलवार को इन जिलों में तमाम नाकों पर आने जाने वालों से पूछताछ होगी।
अनुच्छेद 370 खत्म हुए मंगलवार को छह साल पूरे हो जाएंगे। इस दौरान जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में कई आयोजन होंगे। इसे देखते हुए पूरे जम्मू संभाग में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। अति संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। संवेदनशील इलाकों में सादे लिबास में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। खुफिया एजेंसियों की तरफ से माहौल खराब करने वालों पर पैनी नजर है। वहीं कश्मीर में संवेदनशील इलाकों में हाई अलर्ट है।
आईजी जम्मू भीमसेन टूटी ने बताया कि किसी भी जगह से किसी भी तरह की आशंका के इनपुट नहीं हैं। पुलिस की तरफ से पर्याप्त बंदोबस्त हैं। कुछ जगह अति संवेदनशील हैं और कुछ संवेदनशील। सब जगह खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां समन्चय बनाकर काम कर रही हैं।
चिनाब घाटी और पीर पंजाल के जिले सील
पुलिस ने चिनाब घाटी के डोडा, किश्तवाड़ व रामबन और पीर पंजाल के राजोरी, पुंछ व शोपियां जिलों के संवेदनशील इलाकों को सील कर दिया है। इन जगहों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। मंगलवार को इन जिलों में तमाम नाकों पर आने जाने वालों से पूछताछ होगी।
शरारती तत्वों पर नजर
पुलिस की तरफ से संभाग में माहौल खराब करने वाले शरारती तत्वों पर नजर रखी जा रही है। संभाग के राजोरी, पुंछ, किश्तवाड़ और जम्मू के खटीकां तालाब, चौआदी, बठिंडी, इलाके में सादे लिबास में पुलिस कर्मियों को लगाया गया है। पुलिस के सीआईडी विंग की तरफ से पूरे माहौल पर नजर रखी जा रही है।
राजनीतिक दलों और हिस्ट्रीशीटर पर भी नजर
जानकारी के अनुसार पुलिस की तरफ से जम्मू संभाग के अति संवेदनशील इलाकों में हिस्ट्रीशीटर और कुछ राजनीतिक दलों पर भी नजर रखी जा रही है इन राजनीतिक दलों ने पूर्व में भी 5 अगस्त को माहौल खराब करने की कोशिश की थी।
श्रीनगर में रात में जल्द बंद हुए बाजार
श्रीनगर में सोमवार को रात में बाजार जल्द बंद हो गए। लाल चौक के घंटाघर पर देर रात तक रहने वाली रौनक भी गायब दिखी। एक अधिकारी ने बताया कि सभी जगहों पर पर्याप्त तैनाती की गई है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जवान सक्षम हैं।