अजीबोगरीब डिश: यहां कॉफी में पनीर डालकर पीते हैं लोग, स्वाद तो बढ़ता ही है, सेहत को भी मिलता है फायदा!

कॉफी में थोड़ा दूध या क्रीम मिलाना आम बात है, लेकिन क्या इसके अलावा भी लोग कॉफी में कुछ डालते हैं? इंटरनेट पर कई रेसीपी वाली वेबसाइट पर कॉफी और जायेकेदार बनाने के तरीके मिल जाते हैं. लेकिन दूध या क्रीम का विकल्प आपको नहीं मिलेगा. लेकिन दुनिया में एक जगह कॉफी के साथ किसी चीज़ को मिलाया जाता है. जी हां, उत्तरी स्वीडन में लोग कॉफी के साथ अलग ही तरह के डेयरी उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं. वह है, पनीर. यहां काफेओस्ट (Kaffeost) के नाम से मशहूर एक अनोखा संयोजन है जिसमें गर्म कॉफी और एक खास तरह का पनीर मिलाया जाता है जिसे लेइपाजूस्तो (leipäjuusto) कहते हैं.

खास तरह का पनीर
 लेइपाजूस्तो नाम का मोटे तौर पर मतलब होता है “ब्रेड चीज़” (bread cheese). हालांकि, इस अजीबोगरीब संयोजन में किसी तरह की ब्रेड नहीं होती, सिर्फ पनीर और कॉफी होती है.  इसका नाम शायद पनीर की शोषक (absorbent) प्रकृति के कारण पड़ा है, क्योंकि यह कुछ ही मिनटों में कॉफी के स्वाद को अच्छी तरह सोख लेता है.

अलग ही होता है इसका स्वाद
लेइपाजूस्तो स्पंजी (spongy) बनावट सभी को पसंद नहीं आता, लेकिन कहा जाता है कि स्वाद इसका अनुभव करने लायक होता है. यह सामान्य चेडर चीज़ की तुलना में काफी मीठा होता है, इसलिए जब आप इसे कॉफी में डालते हैं, तो यह क्रीम या दूध और शक्कर मिलाने जैसा ही स्वाद देता है – एक चौंकाने वाला लेकिन संतुलित अनुभव.

इसका भी है इतिहास
काफेओस्ट को कुछ ही लोग या कभी कभी शौकिया तौर पर ही इस्तेमाल नहीं होता है. बल्कि यह स्कैंडिनेविया देश, उत्तरी स्वीडन और फिनलैंड के रेंडियर शिकारियों के लिए सांस्कृतिक महत्व रखता है. बताया जाता है कि इसे आधे खानाबदोश सामी लोगों ने  अपनी यात्राओं के दौरान इस पनीर और कॉफी के शानदार संयोजन खोजा था.

क्या फायदा होता है इसका
सामी लोगों ने देखा कि कॉफेओस्ट उनकी सोडियम की कमी को दूर करने में मददगार होता है.  जबकि गर्म कॉफी उन्हें गर्म बनाए रखती है और उन्हें वह ऊर्जा देती है जिसकी उन्हें सर्दियों में सफर करने के लिए जरूरत होती है. स्कैंडिनेविया में कॉफेओस्ट का इस्तेमाल बढ़ रहा है. अब तक रेंडियर के दूध के अलावा यहां गाय और बकरी के दूध से बने पनीर से भी इसे बनाया जाने लगा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button