अचानक तेजी से ढहा शेयर बाजार, सेंसेक्स में आई इतने ज्यादा अंकों की बड़ी गिरावट

शेयर बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ खुले, लेकिन दोपहर 2 बजे के बाद बैंकिंग सेक्टर टूटने से इसमें भारी गिरावट आने लगी. सुबह कारोबार की शुरुआत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 228 अंकों की मजबूती के साथ 38,895 पर खुला. सुबह के मुकाबले दोपहर 2.20 बजे तक सेंसेक्स में 920 अंकों की गिरावट आ चुकी थी. सोमवार के बंद आंकड़े के मुकाबले भी सेंसेक्स में करीब 690 अंकों की गिरावट आ चुकी थी.

यस बैंक, आरबीएल बैंक के शेयर 20 फीसदी तक टूट गए. असल में मध्यम आकार के कॉरपोरेट के कर्जों का समाधान इस वित्त वर्ष में शुरू हुआ है जिसके लपेटे में कई बैंक आ रहे हैं. यस बैंक के बड़े स्तर पर इंडिया बुल्स को कर्ज देने की खबर आई जिसके बाद इसके शेयर टूटने लगे.

सुबह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी कारोबार की शुरुआत में ही 11,500 के दायरे को पार कर गया. सार्वजनिक कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) के शेयरों में 7 फीसदी की तेजी देखी गई.

सरकार ने घोषित की दरें, PPF, NSC और सुकन्‍या समृद्धि योजना के लिए, मिलेगा इतना ब्‍याज

असल में ऐसी खबरें गरम हैं कि सरकार BPCL से अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकल सकती है, इसलिए मंगलवार को इसके शेयरों में तेजी देखी गई.

शुरुआती कारोबार के दौरान ही सेंसेक्स 237 अंक चढ़कर 38,905.06 पर पहुंच गया और निफ्टी 70.30 अंक चढ़कर 11,544.80 तक पहुंच गया. सुबह 10  बजे बीपीसीएल के शेयर 5 फीसदी बढ़कर 494 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. करीब 460 शेयरों में बढ़त और 203 में गिरावट देखी गई.

किन शेयरों में आई तेजी

बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में कॉनकोर, एससीआई, बर्जर पेंट्स, बीपीसीएल, यस बैंक, आईओसी, इंडसइंड बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस रहे, जबकि नुकसान उठाने वाले प्रमुख शेयरों में डीआरएल, सिप्ला, रिलायंस कैपिटल, अशोक लीलैंड, वोडाफोन, आइडिया और डीएचएफएल आदि रहे.

बढ़ने वाले प्रमुख सेक्टर में ऑटो, बैंक, इन्फ्रा, एफएमसीजी, फार्मा और एनर्जी रहे. आईटी और मेटल के अलावा सभी सेक्टर में तेजी देखी गई.

इसके पहले सोमवार को देश के शेयर बाजारों में गिरावट रही. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 155.24 अंकों की गिरावट के साथ 38,667.33 पर और निफ्टी 35.15 अंकों की गिरावट के साथ 11,477.25 पर बंद हुआ.

क्या हो सकता है आगे

आर्थिक मसलों पर केंद्र सरकार के हालिया फैसलों से बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की सकरात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली. मगर, इस सप्ताह बाजार की नजर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक के नतीजों और सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर होगी.

इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों व प्रमुख आर्थिक आंकड़ों से प्रभावित विदेशी बाजारों के संकेतों का भी भारतीय बाजार पर असर बना रहेगा. वहीं, शेयर बाजार की चाल तय करने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल के साथ-साथ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश के प्रति रुझान की अहम भूमिका होगी.

मंगलवार को सितंबर महीने के लिए मार्केट मैन्युफैक्चरिंग यानी पीएमआई के आंकड़े जारी होंगे. इस सप्ताह बुधवार को गांधी जयंती (दो अक्टूबर) का अवकाश होने के कारण शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा.  

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की इस सप्ताह शुक्रवार को संभावित द्विमासिक समीक्षा बैठक में लिए जाने वाले फैसलों पर बाजार की नजर बनी रहेगी. बीते अगस्त में एमपीसी ने प्रमुख ब्याज दर में 35 आधार अंकों की कटौती की थी, जिसके बाद आरबीआई की रेपो रेट 5.40 फीसदी हो गई है. 

Back to top button