अगर ऐसा हुआ तो 6 काे होगा रमजान का पहला राेजा

इस्लाम धर्मावलंबियों का पवित्र माह रमजान नजदीक आने के साथ तैयारियां शुरू हा़े गई हैं। 5 मई काे चांद दिखाई देने पर मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज हाेगी। 6 मई काे रमजान का पहला राेजा रखा जाएगा। 5 मई काे चांद नहीं दिखने पर 6 मई काे तरावीह की विशेष की नमाज हाेगी और 7 मई काे पहला राेजा रखा जाएगा।

राेड नंबर दाे स्थित जामा मस्जिद के इमाम माैलाना मोहम्मद अनस ने बताया कि रमजान इस्लामी केलेंडर का नवां महीना हाेता है। इसमें मुस्लिम समुदाय के लाेग पूरे महीने इबादत करते और राेजे रखते हैं। इस माह में अल्लाह द्वारा शैतान कैद कर लिए जाते हैं। जन्नत के दरवाजा खुल जाते है। खुदा रहमत की बरसात करता है। जाे साफ नीयत से इबादत करते और  रखते हैं, उसके पहले गुनाह माफ हाेते अाैर दुआकबूल हाेती है। अल्लाह ने इसी महीने में दुनिया में कुरान शरीफ को उतारा था। 

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बालिग ही रख सकते हैं राेजा: रमजान महीने में प्रत्येक बालिग व्यक्ति राेजा रखा सकता है। खजूर और पानी के साथ राेजा खाेला जाता है। 

शबे कदर की रात: रमजान में शबे कदर की 5 रात हाेती है। इन राताें में इबादत का विशेष महत्व है। एक रात की इबादत हजार महीनाें की इबादत के समान हाेती है। इबादत का सवाब 70 गुणा अधिक हाेता है। रमजान महीने की 21, 23, 25, 27 व 29वीं रात शब-ए-कदर की हाेती है। 

तरावीह की हाेती है विशेष नमाज: रमजान महीने में जाेहर, असर, मगरीब व इसा की नमाज के अलावा तरावीह की विशेष नमाज हाेती है। 

इस बार रमजान में 4 जुमा: इस बार रमजान महीने में 4 जुमा है। पहले जुमा की विशेष नमाज 10 मई काे हाेगी। इसके अलावा 17, 24 व 31 मई काे जुमा की नमाज हाेगी। 

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