बड़ी खबर: अखिलेश का एक और घोटाला आया सामने, मचा हडकंप

सत्ता बदलते ही यूपी में सबकुछ बदल सा गया है, एका-एक पिछली सरकार के घोटाले सामने आ रहे हैं। शायद ऐसा पहली बार हो रहा है कि सरकार को बने अभी दो महीने भी नहीं हुए हैं और नई सरकार ने पुरानी सरकार के  कारनामों को खोलना शुरू कर दिया है। अखिलेश का एक और घोटाला

यूपी में आते ही बैंड बजा देने वाले CM योगी आदित्यनाथ के तेवरों को देखते हुए  लगता नहीं कि वो किसी भ्रष्टाचारी को बख्शेंगे। वो पहले ही कह चुके हैं कि कोई भी नेता और या बड़ा  आदमी उसके भ्रष्टाचार की फाइल सीधी मेरी टेबल पर होनी चाहिए। 

अब बात कर लें घोटाले की।  उत्तर प्रदेश का एक जिला है बाराबंकी, नाम तो सुना ही होगा। तो भइया इस जिले में वर्षों पूर्व दुनिया से जा चुके लोगों को जिले का समाज कल्याण विभाग पेंशन देने के नाम से सरकारी रुपयों का किस कदर दुरुपयोग कर रहा था, देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। 

मामला जिले के ब्लॉक बंकी स्थित खसपरिया गांव का है। जहां कई वर्ष पूर्व मर चुके लोगों के खाते में आज भी व्रद्धा पेंशन की सरकारी धनराशि भेजी जा रही है। इसी गांव के रहने वाले 70 वर्षीय अली हसन पिछले वर्ष मर चुके हैं लेकिन उनके खाते में आज भी सरकारी पेंशन समाज कल्याण विभाग द्वारा भेजी जा रही है। उनकी 62 साल की पत्नी नूरजहां भी हैरान हैं कि आखिरकार जब वह इस दुनिया में नहीं हैं फिर उनके खाते में क्यों सरकारी पेंशन भेजी जा रही है। 

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उनके बेटे अलीमुद्दीन बताते हैं कि समाज कल्याण विभाग को कई बार वह अपने अब्बा का मृतक प्रमाण पत्र भी दे चुके हैं। बावजूद इसके कोई सुनने को तैयार नहीं है। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि साहब मेरे पिता तो मर गए हैं। मेरी जिंदा बुजुर्ग मां को वही पे़शन मिल जाए तो उनका भरण पोषण सही-सही हो सके।

मरने के बाद भी आ रही है पेंशन : 

वहीं इसी गांव के 60 वर्षीय हरिशंकर गोस्वामी भी 21 अक्टूबर, 2014 को मर चुके हैं, लेकिन उनकी सरकारी पेंशन आज भी आ रही है। उनकी 55 साल की पत्नी कामिनी और बेटा राकेश गोस्वामी का कहना है कि उनके पिता की वृद्धा पे़ंशन के पैसे का विभाग दुरुपयोग कर रहा है। पत्नी कामिनी बताती हैं कि उन्हें ये पैसा नहीं मिल पा रहा है और उनकी पेंशन अगर मिल जाए तो बहुत मदद मिले। 

वही गांव के अशोक भी तीन वर्ष पूर्व मर चुके हैं। लेकिन उनके खाते में आज भी पैसे आ रहे हैं। उनके परिवार की गीता का कहना है कि उनके परिवार में अशोक उनके जेठ थे और उनके मरे हुए चार वर्ष हो गए हैं। फिर भी समाज कल्याण विभाग पे़शन भेज रहा है। 

गरीबों के हाथ लगा है बाबा जी का ठुल्लू :

वहीं गांव के शंकर गोस्वामी का परिवार आज गरीबी की कगार पर है। उनकी पत्नी शिवकुमारी बताती हैं कि उनकी सास 70 साल की हैं जबकि दो लड़की और तीन लड़के साथ ही मकान भी पूरा कच्चा बना है और खेती सिर्फ 8 बिस्वा है। परिवार के लोग मजदूरी करके किसी तरह भरण पोषण करते हैं। कई बार समाजवादी पेंशन के लिए परिवार वालों ने आवेदन किया लेकिन आज तक पेंशन नहीं मिल पाई।

 

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