हाईकोर्ट के आदेश पर खोली गई सामान्य पात्रता परीक्षा के लिए सुधार विंडो

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने हरियाणा सामान्य पात्रता परीक्षा के लिए सुधार पोर्टल खोल दिया है। यह कदम हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद उठाया गया है। सुधार विंडो 24 अक्तूबर, 2025 तक खुली रहेगी।
HSSC CET 2025: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने हरियाणा सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) 2025 के लिए सुधार पोर्टल खोल दिया है। यह निर्णय पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद लिया गया है। जिन उम्मीदवारों ने सीईटी ग्रुप-C 2025 परीक्षा के लिए आवेदन किया था, वे अब 17 अक्तूबर से 24 अक्तूबर तक आधिकारिक वेबसाइट – onetimeregn.haryana.gov.in पर जाकर आवेदन पत्र में सुधार कर सकते हैं।
यह कदम 7 जुलाई, 2025 को शीतल एवं अन्य बनाम हरियाणा राज्य एवं अन्य शीर्षक से केस संख्या CWP-17581/2025 में उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में उठाया गया है। न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में आयोग ने आवेदकों को अपने विवरण में आवश्यक सुधार करने, विशेष रूप से वैध सहायक दस्तावेज अपलोड करने की अनुमति देने का निर्णय लिया है।
एचएसएससी की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, सभी दस्तावेज कट-ऑफ तिथि तक या उससे पहले अपलोड किए जाने चाहिए, जिसे बढ़ाकर 14 जून, 2025 कर दिया गया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि श्रेणी सुधार या किसी अन्य परिवर्तन के लिए उसके कार्यालय में कोई भी भौतिक अनुरोध स्वीकार नहीं किया जाएगा और किसी भी परिस्थिति में आगे कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा।
जुलाई में हुई थी परीक्षा
ग्रुप-सी पदों के लिए हरियाणा सामान्य पात्रता परीक्षा राज्य भर के विभिन्न केंद्रों पर 26 और 27 जुलाई को दो पालियों में आयोजित की गई थी। पहली पाली सुबह 10:00 बजे से 11:45 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3:15 बजे से शाम 5:00 बजे तक आयोजित की गई थी।
उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे अपने विवरणों की सावधानीपूर्वक जांच करें और अयोग्यता से बचने के लिए सुधार विंडो के भीतर आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। सुधार पोर्टल केवल 24 अक्तूबर 2025 तक खुला रहेगा। आयोग ने कहा है कि इसके बाद कोई और अवसर नहीं दिया जाएगा।
कुछ उम्मीदवार अभी भी चिंता में
सुधार पोर्टल खुलने के बावजूद, कई उम्मीदवारों ने कट-ऑफ तिथि को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि आवेदन पोर्टल 14 जून के बाद सक्रिय किया गया था, जिससे उनके लिए निर्धारित समय सीमा से पहले सहायक दस्तावेज अपलोड करना असंभव हो गया था। इससे कई उम्मीदवारों में भ्रम और निराशा पैदा हुई है।





