हर दिन सेक्स करने के ये है 4 कारण
1. एक्ससाईज़ का अच्छा तरीका
सेक्स एक शारीरिक क्रिया है। इंटरकोर्स के दौरान आपके शरीर में ठीक वैसे ही क्रियात्मक बदलाव होते हैं जैसा कि वर्कआउट या व्यायाम करते वक्त। लिहाजा आप थकते हैं और आपके शरीर की कैलोरी बर्न होती है। एक रिसर्च के मुताबिक अगर आप हफ्ते में 3 बार सेक्स करते हैं तो आप 1 साल में उतनी ही कैलोरी बर्न करते हैं जितनी 75 मील जॉगिंग करने से। सेक्स करने से शरीर की हड्डियां और मांसपेशियां भी मजबूत बनती हैं।
सेक्स एक शारीरिक क्रिया है। इंटरकोर्स के दौरान आपके शरीर में ठीक वैसे ही क्रियात्मक बदलाव होते हैं जैसा कि वर्कआउट या व्यायाम करते वक्त। लिहाजा आप थकते हैं और आपके शरीर की कैलोरी बर्न होती है। एक रिसर्च के मुताबिक अगर आप हफ्ते में 3 बार सेक्स करते हैं तो आप 1 साल में उतनी ही कैलोरी बर्न करते हैं जितनी 75 मील जॉगिंग करने से। सेक्स करने से शरीर की हड्डियां और मांसपेशियां भी मजबूत बनती हैं।
2. दर्द से छुटकारा
“आज नहीं, आज मेरे सिर में दर्द है…” अब इस तरह के बहाने नहीं चलेंगे, क्योंकि सेक्स के दौरान स्त्री और पुरुष दोनों के शरीर में इंडॉरफिन नाम का हॉरमोन बनता है जो पेनकिलर का काम करता है। एक स्टडी के मुताबिक सेक्स खासकर ऑर्गेज़म के दौरान लोगों को दर्द महसूस नहीं होता। महिलाओं में तो सेक्स करने से फर्टिलिटी पावर भी बढ़ता है।
“आज नहीं, आज मेरे सिर में दर्द है…” अब इस तरह के बहाने नहीं चलेंगे, क्योंकि सेक्स के दौरान स्त्री और पुरुष दोनों के शरीर में इंडॉरफिन नाम का हॉरमोन बनता है जो पेनकिलर का काम करता है। एक स्टडी के मुताबिक सेक्स खासकर ऑर्गेज़म के दौरान लोगों को दर्द महसूस नहीं होता। महिलाओं में तो सेक्स करने से फर्टिलिटी पावर भी बढ़ता है।
3. प्रॉस्टेट की सुरक्षा
सेक्स के दौरान जो भी द्रव शरीर से बाहर आता है वो ज्यादातर प्रॉस्टेट ग्रंथि से सिक्रीट होता है। ऐसे में अगर इजैक्यूलेशन की प्रक्रिया रुक जाती है, तो ये द्रव पदार्थ ग्रंथि में ही रह जाता है जिससे सूजन हो सकती है और कई तरह की समस्याएं भी। समय-समय पर इजैक्यूलेशन की प्रक्रिया होने से प्रॉस्टेट ग्रंथि की सुरक्षा होती है।
4. स्ट्रेस रिलीफ़
ये एक वैज्ञानिक तथ्य है कि सेक्स करने से स्ट्रेस यानी तनाव से मुक्ति मिलती है। इस प्रक्रिया के दौरान आपके शरीर में डोपामाइन नाम का एक पदार्थ बनता है जो स्ट्रेस हॉरमोन से लड़ता है। इसके अलावा इंडॉरफिन हॉरमोन और ऑक्सिटॉक्सिन भी शरीर में बनता है जो तनाव से शरीर को छुटकारा दिलाता है।
ये एक वैज्ञानिक तथ्य है कि सेक्स करने से स्ट्रेस यानी तनाव से मुक्ति मिलती है। इस प्रक्रिया के दौरान आपके शरीर में डोपामाइन नाम का एक पदार्थ बनता है जो स्ट्रेस हॉरमोन से लड़ता है। इसके अलावा इंडॉरफिन हॉरमोन और ऑक्सिटॉक्सिन भी शरीर में बनता है जो तनाव से शरीर को छुटकारा दिलाता है।