सुनकर नहीं होगा यकीन, लेकिन हर इंसान मरने से कुछ मिनट पहले सोचता है ये एक बात…
हमारे दिमाग में मृत्यु को लेकर अनेक तरह की धारणाएं हैं, मौत के बाद क्या होता है, मरने के बाद इंसान की आत्मा कहां जाती है आदि। कई तरह के वैज्ञानिक और पौराणिक शोध भी इंसान की इस जिज्ञासा को शांत नहीं कर पाए हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि मृत्यु से चंद मिनट पहले, मरने वाला इंसान क्या सोचता होगा?
विशेषज्ञों की मानें तो मृत्यु को प्राप्त होने से पहले व्यक्ति जीवन के उन पलों को याद करता है जिसका संबंध उसके अच्छे और बुरे होने से है। व्यक्ति अपने उन बुरे कर्मों को याद करता है जब उसने जीवन जीने के दौरान दूसरे पर किए। वहीं हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्सें जो अकसर मृत्यु के दौरान अपने मरीजों के पास होती हैं, के अनुसार व्यक्ति स्वर्गवासी होने से पहले बहुत ही शांत रहने की कोशिश करता है।
अगर घर की छत पर कौआ आकर करने लगे ये काम, तो जल्द ही उस घर में किसी सदस्य की मौत पक्की…
उसका दिल बहुत ही बड़ा हो जाता है और उन सभी बातों की पोल खोलता है जिनके बारे में अब तक उसने किसी को नहीं बताया। यहीं नहीं वह मृत्यु से पहले खेद भी करता है कि उसने जिंदगी में वह सब चीजें क्यों नहीं की जिसके लिए वह इस दुनिया में आया था। आइए इसी तरह के खेदों को जानते हैं जिन्हें व्यक्ति मरने से पहले एक बार जरूर याद करता है…
मेरी इच्छा थी कि मैं अपने परिवार के लिए कुछ कर सकता :-
मरने से पहले इस तरह के विचार हर किसी के अंदर आते हैं खासकर पुरुषों के अंदर। क्योंकि घर की जिम्मेदारी अकसर पुरुषों के कंधों पर होती है और ज्यादातर वही अपने परिवार के लिए उत्तरदायी होते हैं। ऐसे में यदि मरीज को लगता है कि उसने अपने परिवार के लिए कुछ नहीं किया तो वह इसके लिए खेद जताता है।