हरियाणा में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ के बावजूद अगले महीने से राज्‍य में स्‍कूल खोलने की तैयारी में सरकार

हरियाणा में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ के बावजूद प्रदेश सरकार अगले महीने स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की तैयारी में जुटी है। पड़ोसी प्रदेश पंजाब, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश जहां संक्रमण का खतरा कम होने तक स्कूलों को खोलने के लिए तैयार नहीं, वहीं राजस्थान में सितंबर में स्कूल खोलने की संभावनाएं तलाशी जा रही। ऐसे में हरियाणा में स्कूल खोलने को लेकर जल्दबाजी पर सवाल उठने लगे हैं।

अगले महीने स्कूल खोलने पर अलग-थलग पड़ा हरियाणा

अधिकतर अभिभावक और शिक्षक संगठन चाह रहे कि कोरोना के मामले कम होने के बाद ही स्कूल खोले जाएं।

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ने सभी राज्यों से स्कूल खोलने की संभावनाओं पर रिपोर्ट मांगी है। इसके जवाब में दिल्ली के बाद केवल हरियाणा ही इकलौता राज्य है जिसने अगस्त से स्कूल खोलने की सिफारिश की है। हालांकि कोई अंतिम निर्णय लेने से पहले ऑनलाइन सर्वे कराया जा रहा है जिसमें अभिभावकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, स्कूल प्रबंधकों और अन्य हितधारकों से रायशुमारी की जा रही है।

दिल्ली को छोड़कर सभी राज्यों का अगस्त में स्कूल खोलने से इन्कार

सर्वे में शामिल लोगों को नाम-पते और मोबाइल नंबर के साथ सुझाव देने होंगे कि क्या वर्तमान परिपेक्ष्य में स्कूल खोले जाने चाहिए या नहीं। दसवीं और बारहवीं की बोर्ड कक्षाओं के लिए स्कूल कब से खोले जाएं। नौवीं और ग्यारहवीं, छठी से आठवीं, प्राथमिक और पूर्व प्राथमिक स्कूलों को कब खोला जाए। सभी कक्षाओं के लिए अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और इससे भी आगे का विकल्प दिया गया है।

ऑनलाइन सर्वे में लिया जा रहा अभिभावकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, स्कूल प्रबंधकों का फीडबैक

हरियाणा के शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर की योजना है कि 15 अगस्त में गांवों के सरकारी स्कूलों को खोल दिया जाए। इसके लिए विभागीय स्तर पर मंथन शुरू हो गया है कि स्कूलों को खोलने के लिए क्या-क्या जरूरी कदम उठाए जाएं ताकि शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा सके। स्कूलों को सुबह-शाम की शिफ्ट में खोलने के लिए केंद्र से अनुमति मांगी गई है।

शिक्षा मंत्री के मुताबिक अधिकतर प्राइवेट स्कूल शहरों में हैं। इन्हेंं खोलने में खतरा है क्योंकि बच्चे दूर-दूर से पढऩे आते हैं। इन स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं का समय कम किया जाएगा। पाठ्यक्रम कम करने की संभावनाएं पहले ही तलाशी जा रही हैं। शिक्षा मंत्री का तर्क है कि ऑनलाइन एजुकेशन में बच्चों को शारीरिक और मानसिक सहित कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए ऑनलाइन कक्षाओं के समय को कम करने पर विचार चल रहा है।

ट्रांसफर ड्राइव में शामिल हो सकेंगे नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षक

वर्ष 2017 में भर्ती प्राथमिक शिक्षक (पीआरटी) भी अब ऑनलाइन ट्रांसफर ड्राइव में शामिल हो सकेंगे। इसके लिए शिक्षा निदेशक प्रदीप कुमार ने तबादलों में तीन साल की शर्त हटाने के निर्देश दिए हैं। इससे प्राथमिक शिक्षक अब मनचाहे स्टेशन पर तबादला करा सकेंगे।

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