हज 2026 की तैयारियां शुरू, समिति ने जारी किए प्रारंभिक दिशा-निर्देश

दिशा-निर्देशों के अनुसार, पासपोर्ट मशीन द्वारा पढ़े जाने योग्य हों, वे कम से कम 31 दिसंबर 2026 तक वैध हों, जारी प्राधिकारी या आरपीओ की मुहर और हस्ताक्षर वाले हों और किसी प्रकार की शारीरिक क्षति जैसे फटे पृष्ठ, ढीले कवर या अन्य नुकसान न हो।
जम्मू और कश्मीर हज समिति ने हज 2026 की तैयारी कर रहे इच्छुक तीर्थयात्रियों के लिए आवश्यक पूर्व-घोषणा दिशा-निर्देश जारी किए हैं। समिति की अधिसूचना के अनुसार हज 2026 की आधिकारिक घोषणा इसी महीने होने की उम्मीद है। समिति ने सभी इच्छुकों से अपील की है कि वे अपने पासपोर्ट समय रहते तैयार रखें और सुनिश्चित करें कि वे सभी आवश्यक मानदंडों को पूरा करते हों।
दिशा-निर्देशों के अनुसार, पासपोर्ट मशीन द्वारा पढ़े जाने योग्य हों, वे कम से कम 31 दिसंबर 2026 तक वैध हों, जारी प्राधिकारी या आरपीओ की मुहर और हस्ताक्षर वाले हों और किसी प्रकार की शारीरिक क्षति जैसे फटे पृष्ठ, ढीले कवर या अन्य नुकसान न हो। इसके अलावा नए पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों को हिदायत दी गई है कि वे कोई भी फील्ड को खाली न छोड़ें।
हज समिति के अनुसार इस वर्ष 2025 में जम्मू और कश्मीर से 4,100 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 3,601 तीर्थयात्रियों का चयन हुआ और महरम कोटे के तहत 21 और लोगों को जोड़ा गया। इस तरह कुल 3,622 तीर्थयात्री हज के लिए चुने गए। इस वर्ष 700 से अधिक आवेदकों ने नाम वापस ले लिया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2024 में जहां जम्मू-कश्मीर को 8,200 का कोटा मिला था, वहां 8,147 फॉर्म ही प्राप्त हुए।
वहीं 2023 में अब तक की सबसे अधिक तीर्थयात्रा दर्ज की गई, जब 12,000 से अधिक लोग पवित्र हज पर गए थे। हज समिति ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे समय रहते अपनी दस्तावेज़ी तैयारी पूरी कर लें, ताकि आधिकारिक अधिसूचना जारी होते ही आवेदन प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।