सड़क हादसे पर लोगों को सतर्क करने के लिए बोर्ड आदि लगाए जाने थे, सुरक्षा के इंतजाम करना भूल गए अफसर

लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने सर्वे कराकर 13 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए थे। सड़क हादसे पर अंकुश लगाने के लिए लोगों को सतर्क करने के लिए बोर्ड आदि लगाए जाने थे। स्पीड धीमी करने के लिए ब्रेकर आदि बनाए जाने की योजना बनी थी। पुलिस, परिवहन व पीडब्ल्यूडी विभाग को संयुक्त रूप से जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन, माकलू सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा सके।
पराग डेयरी, दर्जीकुआं, खोरहंसा, लालपुर, कटी तिराहा, दुल्लापुर, मुंडेरवा, परसपुर, कस्बा वजीरगंज, डुमरियाडीह, वलीपुर व अमवां आदि खतरे के लिहाज से चिह्नित हैं। दर्जीकुआं की बात करें तो यहां सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। स्थल पर बोर्ड लगाया गया है। पुराना ब्रेकर बना था, जो अब समाप्त सा हो गया है। ऐसे में स्पीड धीमी करने की जरूरत नहीं पड़ती है। चालक स्पीड में गाड़ी चलाते हैं। ब्रेकर को दोबारा से बनाया जाना चाहिए लेकिन, कुछ नहीं किया गया। डीएम ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सुरक्षा के मद्देनजर व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए थे। अफसरों ने अनुपालन नहीं किया। पुलिस व परिवहन विभाग ने स्थान चिह्नित कर लिया है लेकिन, पीडब्ल्यूडी ने काम कुछ काम नहीं किया गया। बोले जिम्मेदार
– ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए थे। वहां क्या प्रबंध किए गए, क्या कमी है ? यह समिति के समक्ष रखा जाएगा। डीएम संबंधित विभाग को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित करेंगे।





