सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए ‘संस्कारी पहलाज निहलानी’
दिन में जंगली चूहे छोड़ तो रात में नशीला पानी पिला-पिलाकर पापा रोज रात को मेरे साथ..
एक इंटरव्यू में बात करते हुए सेंसर अध्यक्ष ने वोट को लेकर एक शर्त और रख दी है। पहलाज निहलानी ने कहा है कि ये वोट ट्विटर के जरिए नहीं चाहिए क्योंकि ट्विटर पर इस मुद्दे को लेकर एक लाख वोट पाना कोई आसान बात नहीं है। उन्होंने जिस चैनल को दिए इंटरव्यू में ये बाच कही थी वोट भी उसी चैनल को दिए जाए।
इतना ही नहीं पहलाज निहलानी ने ये भी कहा है कि वोट सिर्फ शादीशुदा लोगो के ही माने जाएंगे। आगे अपनी शर्त का दायरा बढाते हुए सेंसर अध्यक्ष ने कहा है कि 36 साल से कम उम्र के लोगो के वोट को नहीं गिना जाएगा। पहलाज निहलानी का मानना है कि भारत में अमूमन 23 साल की उम्र में शादी करते है तो करीब 36 साल की उम्र में उनके बच्चे 12 साल के होंगे।
सेंसर बोर्ड के इस आदेश के बाद फैंस में सोशल मीडिया पर गुस्सा भड़क गया। इसी मामले को लेकर हाल ही में पहलाज निहलानी ने एक इंटरव्यू में कहा है, “जनता से वोटिंग करा लेते है अगर एक लाख लोगों ने वोट किया कि उन्हे इस शब्द से कोई आपत्ती नहीं है तो मैं इस शब्द को फिल्म और प्रोमो में लेने के लिए तैयार हूं। मैं देखना चाहता हुं कि भारतीय परिवार कितने बदल गए हैं। क्या वो चाहते है कि उनके 12 साल के ‘इंटरकोर्स’ जैसे शब्द का मतलब समझें।”
इंटरनेट पर रिलीज हुए फिल्म में मिनी प्रोमो में अनुष्का शर्मा एक सीन में इंटरकोर्स शब्द बोलती नजर आ रही हैं। इसी को लेकर सेंसर बोर्ड ने आपत्ती जताई है।
इस प्रोमो को देखने के बाद पहलाज निहलानी ने कहा है कि उन्होंने फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दे दिया है सिर्फ इस शर्त पर कि इंटरकोर्स डायलॉग को डिलीट किया जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है तो इसका मतलब साफ है कि फिल्म को अभी तक पास नहीं किया गया है।
इसके साथ ही पहलाज निहलानी ने ये भी कहा है कि फिल्म मेकर्स ने फिल्म के प्रोमो को इंटरनेट पर अपलोड कर दिया है बिना इस शब्द को कट किए लेकिन टीवी पर बिना कट के हम इसका प्रसारण होने नहीं देंगे।
फिल्म 4 अगस्त को रिलीज होने वाली है ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म मेकर्स इस शब्द को हटाते है या सेंसर बोर्ड को कोई ठोस कदम उठाना होगा।