सुबह जेसीबी मशीन खराब हो जाने के कारण मजदूरों ने चलाया हथौड़ा, दोपहर बाद पोकलैंड

शहर में दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। सुबह जेसीबी मशीन खराब हो जाने के कारण मजदूरों ने हथौड़ा चलाया, लेकिन दोपहर बाद पोकलैंड मशीन से होटल को गिराने का कार्य शुरू हो गया। सड़क के पूरब साइड में करीब 80 फीसद अतिक्रमण को हटाया जा चुका है। पूरी तरह से अतिक्रमण हटाने में अभी दो दिन का समय लग सकता है।
शनिवार को सुबह से ही अफसर शहर के जयनरायन चौराहे के समीप बने पथिक होटल समेत अन्य भवनों को गिराने के लिए पहुंच गए। दुकान ढहाने के लिए पहुंची जेसीबी खराब हो गई। ऐसे में प्रशासन को मजदूरों से ही हथौड़ा चलवाना पड़ा। तेज धूप व गर्मी के कारण श्रमिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अफसर पास के ही भवन में मशीन आने का इंतजार करते दिखे। दोपहर दो बजे लोक निर्माण विभाग ने पोकलैंड मशीन मंगवाई, इसके बाद होटल गिराने का कार्य तेज कर दिया गया। एसडीएम ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि पूरब साइड में करीब 80 प्रतिशत अतिक्रमण हट चुका है। स्थल पर ही तोड़ी गई दुकानों का मलबा अभी पड़ा हुआ है।
इनसेट
दो दिन का लग सकता है समय
– विभागीय सूत्रों के अनुसार समय से मशीन उपलब्ध न होने के कारण अभी अतिक्रमण को पूरी तरीके से हटाने में दो दिन का समय लग सकता है। अभी पश्चिम साइड मे कार्य शुरू तक नहीं हुआ है। पथिक होटल गिरने के बाद कार्य शुरू कराने की तैयारी की जा रही है। गर्मी तेज होने से मजदूर भी परेशानी का सामना करना कर रहे हैं।
मनमानी किराया वसूल रहे रिक्शा चालक
-शहर में अतिक्रमण हटाने के लिए रूट डायवर्ट होने से यात्रियों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। बड़गांव से रेलवे स्टेशन आने-जाने में एक तरफ जहां समय अधिक लगता है वहीं, दूसरी तरफ रिक्शा चालक मनमानी किराया वसूल रहे हैं। तेज धूप में यात्री खुद अपने सिर व कंधे पर सामान लेकर यात्रा करते नजर आए।





