शोध के क्षेत्र में ‘एक और एक ग्यारह’ बनकर काम करने को केजीएमयू ने किया करार
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय केजीएमयू और रायबरेली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल्स ऐजूकेशन एंड रिसर्च के बीच एक करार पर हस्ताक्षर किये गये। इस करार के तहत दोनों संस्थान शोध कार्यों में एक-दूसरे की मदद करेंगे। एमओयू पर हस्ताक्षर केजीएमयू के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट और नेशनल इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ एसजे फलोरा ने किये।
इस एमओयू के तहत दोनों संस्थानों ने 6 सूत्रीय कार्यों पर अपनी सहमति जताई, जिसके अंर्तगत दोनों संस्थान संयुक्त रूप से शोध कार्यो में एक दूसरे की मदद से काम करेंगें। इसके साथ ही दोनों संस्थान आपस में सामन्जस्य बैठाने के लिए साथ मिलकर सम्मेलन, संगोष्ठियों, ग्रीष्मकालीन विद्यालय, प्रशिक्षण व्याख्यान आदि का संयुक्त रुप से आयोजन करेंगे। इस एमओयू के तहत दोनों संस्थानों ने छात्रों और शोध विद्वानों के द्विपक्षीय लाभों के लिए आवश्यकता और अनुभव के आधार पर शिक्षण संकाय के आदान-प्रदान के लिए मिलकर काम करने का निणर्य किया है।साथ ही दोनों संस्थान एक दूसरे के सहयोग के लिए पाठ्य पुस्तक, पत्रिका और अन्य शिक्षण सामग्री एवं शिक्षण सहायता का आदान-प्रदान करेंगे।