शीला दीक्षित के विरोध के बाद राहुल ने आप से गठबंधन को नकारा, माकन के रुख ने चौंकाया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास स्थान पर हुई बैठक में आप से लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन को लेकर नया समीकरण देखने को सामने आया है। आप से गठबंधन के धुर विरोधी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने गठबंधन का समर्थन कर सभी को चौंका दिया। वहीं प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित व उनके सहयोगियों ने गठबंधन से इंकार कर दिया। राहुल गांधी ने भी बहुमत को स्वीकार कर गठबंधन को नकार दिया।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने स्पष्ट कर दिया कि आप से गठबंधन करने से कांग्रेस को फायदे की अपेक्षा नुकसान ही होगा। ऐसे में कांग्रेस को अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल, अरविंद्र सिंह लवली, सुभाष चोपड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष हारूण युसुफ, राजेश लिलोठिया, योगानंद शास्त्री ने भी शीला दीक्षित के तर्क पर सहमति जताई। सभी ने कहा कि यदि कांग्रेस को जिंदा रखना है तो गठबंधन नहीं किया जाना चाहिए। गठबंधन करने से मतदाताओं में कांग्रेस के प्रति नकारात्मक संदेश जाएगा।
गठबंधन पर बयान देने के लिए शीला को किया अधिकृत
राहुल गांधी ने सभी के तर्क सुनने के बाद स्पष्ट तौर पर कहा कि बहुमत का फैसला ही उनका निर्णय होगा। यानी उन्होंने भी गठबंधन न करने पर अंतिम मुहर लगा दी। राहुल गांधी ने मीडिया में गठबंधन न करने के लिए बयान जारी करने के लिए शीला दीक्षित को अधिकृत कर दिया। शीला दीक्षित ने भी बैठक के बाद मीडिया में बयान जारी कर दिया कि गठबंधन नहीं होगा और कांग्रेस अपने स्तर पर चुनाव लड़ेगी।