शिवभक्तों के लिए खुशखबरी,कम खर्च में 4 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराएगी IRCTC की ये स्पेशल ट्रेन

अगर किसी तीर्थयात्रा की सबसे ज्यादा चर्चा होती है, तो वह हैं भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग। गुजरात में सोमनाथ से लेकर वाराणसी में काशी विश्वनाथ और उज्जैन में महाकालेश्वर तक, हर ज्योतिर्लिंग के दर्शन का अपना विशेष महत्व है। अगर आप इनमें से कुछ पावन धामों के दर्शन करना चाहते हैं, तो IRCTC आपके लिए एक शानदार मौका लेकर आया है।

भारत की धरती हमेशा से आस्था, अध्यात्म और संस्कृति का संगम रही है। यहां हर राज्य, हर शहर में ऐसे मंदिर हैं जो लोगों को भक्ति और श्रद्धा से भर देते हैं, लेकिन जब बात आती है भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों की, तो इन पवित्र स्थलों का महत्व सबसे अलग होता है। यही कारण है कि भारतीय रेलवे ने अब यात्रियों के लिए एक खास तोहफा पेश किया है। जी हां, IRCTC एक ऐसी रेल यात्रा लेकर आया है जो चार प्रमुख ज्योतिर्लिंगों और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को एक साथ जोड़ती है।

‘चार ज्योतिर्लिंग एवं स्टैच्यू ऑफ यूनिटी यात्रा’

भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने श्रद्धालुओं के लिए ‘04 Jyotirlinga & Statue of Unity Yatra (NZBG65)’ नाम से एक विशेष रेल टूर शुरू किया है। यह यात्रा भारत गौरव स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन द्वारा कराई जा रही है, जो यात्रियों को एक ही सफर में चार ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का मौका दे रही है। यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है, बल्कि यात्रियों को भारत की सांस्कृतिक विविधता और भव्यता का अनुभव भी कराती है।

कौन-कौन से ज्योतिर्लिंग हैं शामिल?

यह 9 दिन की यात्रा चार प्रमुख शिव ज्योतिर्लिंगों को कवर करती है:

महाकालेश्वर (उज्जैन, मध्य प्रदेश)

ओंकारेश्वर (मध्य प्रदेश)

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (द्वारका, गुजरात)

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग (वेरावल, गुजरात)

साथ ही, यात्रियों को गुजरात के केवड़िया स्थित विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने का मौका भी मिलेगा।

यात्रा का पूरा कार्यक्रम

यह विशेष ट्रेन पंजाब के अमृतसर से रवाना होती है और सबसे पहले पहुंचती है उज्जैन, जहां भक्त प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती का अनुभव कर सकते हैं। इसके बाद अगला पड़ाव होता है ओंकारेश्वर, जो अपने अनोखे “ॐ” आकार के द्वीप और नर्मदा तट पर बसे शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।

इसके बाद यात्रा पहुंचती है केवड़िया, जहां यात्री स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, वैली ऑफ फ्लॉवर्स और सरदार पटेल जूलॉजिकल पार्क घूम सकते हैं।

फिर बारी आती है पवित्र द्वारका नगरी की, जहां द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन के साथ-साथ यात्री समुद्र तट पर टहल सकते हैं या नाव यात्रा का आनंद ले सकते हैं। इसके बाद दर्शन होंगे नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के, जो अपनी दिव्य आरती के लिए प्रसिद्ध है।

यात्रा का अंतिम पड़ाव होता है सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, जिसे भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में पहला माना जाता है। यहीं से यह दिव्य यात्रा पूर्ण होकर अमृतसर लौटती है।

किराया और सुविधाएं

इस धार्मिक टूर के लिए तीन तरह की कैटेगरी रखी गई हैं:

स्लीपर क्लास: ₹19,555 प्रति व्यक्ति

थर्ड एसी (3AC): ₹27,815 प्रति व्यक्ति

सेकंड एसी (2AC): ₹39,410 प्रति व्यक्ति

यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए भोजन, ठहरने की व्यवस्था, परिवहन और गाइड सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे पूरा अनुभव आरामदायक और यादगार बन जाएगा।

यह यात्रा न केवल भक्तों को चार पवित्र ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराती है, बल्कि उन्हें भारत की विरासत और इतिहास से भी रूबरू कराती है। रेलवे की यह पहल उन यात्रियों के लिए विशेष है जो कम खर्च में, सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से धार्मिक यात्रा करना चाहते हैं।

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