शिवपाल सिंह यादव ने जारी की जिलाध्यक्षों की सूची, पूर्वांचल के आठ जिलों में दिगगज सपाइयों को दी कमान

वाराणसी. अखिलेश यादव भले ही कहते रहें कि समाजवादी पार्टी एकजुट है, मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद भी उन्हें प्राप्त है और शिवपाल सिंह यादव के मोर्चे से सपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन हकीकत इसके उलट दिख रही है। शिवपाल अपने समाजवादी सेक्युलर मोर्चे को मजबूत बनाने के लिये लगातार समाजवादी पार्टी के नेताओं को तोड़कर उन्हें अपने मोर्चे में बड़ा पद देते जा रहे हैं। पहले प्रवक्ताओं की लिस्ट जारी कर सपा को बड़ा झटका दिया। अभी अखिलेश याव कुछ खास कर पाते कि मंडल अध्यक्षों की लिस्ट जारी कर बम फोड़ा और अब सपा नेताओं को तोड़कर जिलाध्यक्षों की सूची जारी करते हुए समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को बड़ा झटका दिया है।
शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को यूपी के 30 जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त करते हुए उनकी सूची जारी कर दी। सियासी गलियारों में यह सूची के आते ही चर्चा का विषय बन गयी। समाजवादी पार्टी को तो सूची के आने से बड़ा झटका लगा, ऐसा माना जा रहा है। शिवपाल ने जिन 30 लोगों को जिलाध्यक्ष बनाया है वह पहले सपा से न सिर्फ जुटे रहे हैं वहं गठबंधन में पदाधिकारी रहे हैं और उनकी अच्छी खासी पकड़ भी रही है। सियासी जानकार बताते हैं कि इनको अपने पक्ष में करने के पीदे शिवपाल का मकसद है आने वाले दिनों में सपा के संगठन को तोड़कर कार्यकर्ताओं को मोर्चे में लाना।
समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के जिलाध्यक्षों की सूची IMAGE CREDIT:
30 जिलों में पूर्वांचल के आठ जिले भी शामिल हैं जिनमें जिलाध्यक्ष नियुक्त किये गए हैं। इनमें जौनपुर में प्रभानंद यादव, मिर्जापुर में श्याम नारायण यादव, आजमगढ़ में राम प्यारे यादव, बलिया में दिनेश यादव, मऊ में विजय शंकर यादव, गोरखपुर में राम मिलन यादव और देवरिया का जिलाध्यक्ष गिरेन्द्र यादव को बनाया गया है। इनकी नियुकति के बाद जिलों में सपा खेमें में हड़कम्प मचा हुआ है। हालांकि सपाईयों का दावा है कि इनमें से कोई ऐसा नाम नहीं जिनका पार्टी संगठन या जनता के बीच जनाधार हो। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि सपाइयों के लिये दगे हुए यह कारतूस शिवपाल के मोर्चे के लिये क्या गुल खिलाते हैं।





