शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय में तोड़फोड़, विरासती संरचनाओं को भी नुकसान

कोलकोता। पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले में गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित ऐतिहासिक शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय में सोमवार को जबरदस्त तोड़फोड़ हुई है। कई विरासती संरचनाओं को भी नुकसान पहुंचा है।
शांतिनिकेतन में अदालत के निर्देश पर शांतिनिकेतन ट्रस्ट तथा विश्वभारती प्रबंधन की ओर से खेल के मैदान को दीवार से घेरने को लेकर सोमवार सुबह से ही अशांति शुरू हो गई थी। स्थानीय लोगों ने इसका घोर विरोध करते हुए जमकर तोड़फोड़ की और नवनिर्मित दीवारों को गिरा दिया।
सूत्रों के मुताबिक़ विश्वभारती यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गत सप्ताह एक दीवार का निर्माण शुरू कराया था, जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने उगे प्रदर्शन किया और पास में खड़ी जेसीबी मशीन को भी नुकसान पहुंचाया। तैयार दीवार को स्थानीय लोगों ने गिरा दिया है। यूनिवर्सिटी परिसर में हजारों स्थानीय लोग इकट्ठे होकर कई ऐतिहासिक ढांचों को तोड़ दिया। इस दीवार का निर्माण यूनिवर्सिटी परिसर में बाहर से आने वाले लोगों को रोकने के लिए किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पर्यावरण प्रदूषण को लेकर अदालत ने पौष मेले के आयोजन पर रोक लगा दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मैदान में प्रतिवर्ष लगने वाले पौष मेले से उनकी जीविका जुड़ी हुई है। शांतिनिकेतन में करीब 100 बीघा जमीन खुली हुई थी, जहां किसी प्रकार की रोक-टोक नहीं थी। इस ग्राउंड पर मेला लगता था। उसके आसपास परिसर के निर्माण के लिए 61 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने कई ऐतिहासिक ढांचे तोड़ दिए और निर्माण स्थल से ईंट और सीमेंट आदि को भी फेंक दिया गया है।