राबड़ी देवी से मुलाकात करके बोले शत्रुघ्न सिन्हा, ‘अभी मैं BJP में, जल्द तय होगी नई पार्टी’
बीजेपी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा अपने नए ठिकाने की तलाश में है. लेकिन अभी तक उन्होंने बीजेपी का साथ नहीं छोड़ा है. लोकसभा चुनाव नजदीक आने के मद्देनजर अब सिन्हा ने अपनी नई पार्टी तय करने के लिए मुलाकातों का दौर तेज कर दिया है. हाल ही में उन्होंने लालू यादव से मुलाकात की थी. वहीं, गुरुवार को वह राबड़ी देवी से मुलाकात करने पटना स्थित आवास पर पहुंचे थे.
शत्रुघ्न सिन्हा अब चुनाव के लिए जल्द ही नई पार्टी तय करेंगे. इस बात की जानकारी उन्होंने खुद राबड़ी देवी से मिलने के बाद बताई है. गुरुवार को करीब 2 घंटे तक सिन्हा राबड़ी देवी के आवास पर मुलाकात के लिए पहुंचे थे. हालांकि उन्होंने कहा कि वह लालू परिवार का हालचाल लेने आए थे.
शत्रुघ्न सिन्हा ने राबड़ी देवी से मुलाकात करने के बाद कहा कि वह लालू यादव के परिवार से हालचाल जानने आए थे. साथ ही तेजस्वी यादव और तेजप्रताप का भी हालचाल लेने आए थे. लालू यादव से मुलाकात के बाद उन्हें इच्छा हुई की उनके परिवार का भी हालचाल जान लें. वहीं, चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि जल्द ही वह तय करेंगे की वह किस दल में जाएंगे, लेकिन अभी तक वह बीजेपी में ही हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं किसी भी दल में रहूं लेकिन लोकसभा क्षेत्र पटना साहिब ही होगा. और जल्द ही पार्टी भी तय हो जाएगा की किस दल से मैं चुनाव लडूंगा. वहीं, उन्होंने बीजेपी की रैली को फ्लॉप बताया और कहा यह पहले जैसी नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में होने के बावजूद मुझे रैली में नहीं बुलाया गया.
शत्रुघ्न सिन्हा ने एयर स्ट्राइक के सबूतों को लेकर कहा कि सरकार अलग-अलग बयान दे रही है इसलिए उन्हें स्थिति साफ करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अब तो शहीदों के परिजन भी सरकार की कार्रवाई पर जानकारी मांगने लगे हैं.
आपको बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा इस बार बीजेपी से चुनाव नहीं लड़ेगें. वह अब नए दल की तलाश में लगे हैं. हाल ही में उन्होंने लालू यादव से मुलाकात करने के लिए रांची पहुंचे थे. जहां उन्होंने कहा था कि सारी चीजें जल्द तय हो जाएगी. साथ ही कांग्रेस से भी मिलने की बात कही थी. ऐसे में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से मुलाकात से साफ है कि वह आरजेडी ज्वाइन करने का मन बना रहे हैं. हालांकि उनके पास कांग्रेस में भी जाने का रास्ता है.
इसके साथ ही शत्रुघ्न सिन्हा के लिए पटना साहिब सीट चुनौती बन गई है. ऐसे में वह उसी दल का चुनाव करेंगे जिससे वह पटना साबिह सीट पर चुनाव लड़ सकें और जीत दर्ज कर सकें.