राजस्थान के झुंझुनूं में 13 साल की एक नाबालिग लड़की ने मोबाइल नहीं मिलने से फांसी लगाकर दी जान

हर समय मोबाइल हाथ में रखने की जिद अब बच्चों की जान भी ले रही है। राजस्थान के झुंझुनूं में 13 साल की एक नाबालिग लड़की ने मोबाइल नहीं मिलने से फांसी लगाकर जान दे दी। बुधवार को गुढ़ा मोड़ स्थित आजाद कॉलोनी में यह घटना हुई। मृतका के परिजनों ने बताया कि सुबह लड़की अपने 10 वर्षीय छोटे भाई के साथ खेल रही थी। छोटे भाई के पास मोबाइल था। बच्ची ने उसे लेने की जिद की, लेकिन भाई ने मोबाइल नहीं दिया और वो आपस में उसके लिए झगड़ा करने लगे। इसी दौरान उनकी मां आई और उसने लड़ाई करने पर दोनों को डांट दिया।

इस कारण लड़की नाराज होकर अपने कमरे में चली गई और कुछ देर बाद देखा तो वह फांसी पर लटकी हुई मिली।सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। बच्चों में मोबाइल की लत किस हद तक खतरनाक हो सकती है, यह इस घटना से साबित होता है और इन दिनों तो लाॅकडाउन और ऑनलाइन पढ़ाई के कारण बच्चों का मोबाइल से जुड़ाव बहुत ज्यादा हो गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इधर, जोधपुर जिले के बिलाड़ा थाना क्षेत्र के युवक बबलू वैष्णव ने आत्महत्या का प्रयास किया। गत 27 जून को इलाज के दौरान युवक की जोधपुर में मौत हो गई। परिजनों ने बिलाड़ा कस्बे के ही चार लोगों द्वारा मारपीट के बाद जान से मारने की धमकी से आहत हो कर युवक बबलू द्वारा अपने घर में फांसी लगाने की बात कह कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग रखी है और गिरफ्तारी नही होने तक शव लेने से इन्कार किया है। घटना 21 जून की बताई गई है। इसके बाद युवक के इलाज के दौरान 27 जून को मौत हो गई। मौत के 48 घंटे बीत जाने बाद भी परिजनों ने शव नही उठाया है। उधर, मृतक के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपियों के बचाव में सीरवी समाज उतर आया। उन्होंने मामले में बेगुनाहों को फंसाने की बात कह कर निष्पक्ष जांच करने के लिए एसडीएम को ज्ञापन दिया। 

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