रवि शास्त्री ने बीच मैदान पर लगाई थी सचिन तेंदुलकर को डांट, सालों बाद सुनाया ऑस्ट्रेलिया का किस्सा

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रवि शास्त्री ने सचिन तेंदुलकर को लेकर एक खुलासा किया है। शास्त्री ने बताया है कि एक बार सचिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को स्लेज करना चाहते थे लेकिन उन्होंने सचिन को डांट दिया था और बल्ले से जवाब देने को कहा था।

सचिन तेंदुलकर वो खिलाड़ी रहे हैं जिनके मैदान पर विवाद काफी कम रहे हैं। वह विपक्षी टीम की स्लेजिंग पर भी शांत रहते थे और बल्ले से जवाब देते थे। हालांकि, हमेशा से ऐसा नहीं था। सचिन ने अपने पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर स्लेजिंग करने की कोशिश की थी और तब टीम में उनके सीनियर रवि शास्त्री ने उनको डांटते हुए खेल पर ध्यान देने को कहा था।

ये बात साल 1991-92 की है जब टीम इंडिया में सचिन नए-नए थे और पहली बार ऑस्ट्रेलिया गए थे। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर मैच चल रहा था जिसमें शास्त्री और सचिन के बीच साझेदारी हुई थी। इसी दौरान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने इन दोनों के खिलाफ स्लेजिंग की रणनीति अपनाई थी जिसपर सचिन ने भी जवाब दिया था।

वॉ भाइयों ने किया परेशान

शास्त्री ने समर ऑफ क्रिकेट लंच पर बात करते हुए ये किस्सा बताया है। उन्होंने बताया, “मुझे याद है कि हम एससीजी में खेल रहे थे। ये सचिन का पहला दौरा था। मैं अपने शतक पर पहुंचा ही था और सचिन बल्लेबाजी करने आए थे। वॉ भाइ उसे स्लेज कर रहे थे। उसी समय माइक व्हाइटनी अतिरिक्त खिलाड़ी के तौर पर फील्डिंग करने आए थे। उन्होंने गेंद अपने हाथ में ली और कहा कि अपनी क्रीज पर जाओ मैं तुम्हारा सिर फोड़ दूंगा। मैंने कहा कि माइक लगे हुए हैं और तुम पर जर्माना भी लग सकता है।”

उन्होंने कहा, “पिच के बीच से पूरे एससीजी में मैंने जोर से चिल्लाकर कहा, माइक तुम जिस तरह से थ्रो करते हो वैसे गेंदबाजी कर सकते तो 12वें खिलाड़ी नहीं होते।”

सचिन ने भी दिया जवाब

ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी रुकते नहीं हैं और लगातार स्लेज करते रहते हैं। उस मैच में भी यही चल रहा था। शास्त्री को देखने के बाद सचिन को भी स्लेज करने की इच्छा हुई जो उन्होंने शास्त्री से जाहिर की। शास्त्री ने बताया, “सचिन मेरे पास आए और कहा कि इंतजार कीजिए जब तक मैं शतक पूरा नहीं करता। मैं भी इन्हें बताऊंगा। मैंने सचिन से कहा कि तुम चुप रहो। तुम्हारे पास अच्छी क्लास है, अपने बैट को जवाब देने दो। मैं बात करता हूं।”

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