बड़ी खबर: प्यासा मर जाएगा पाकिस्तान, रद्द होगा सिंधु जल समझौता
नई दिल्ली: भारत से भीख का पानी पीकर उसी के खिलाफ आग उगलने वाला पाकिस्तान अब प्यासा मर जाएगा। मोदी सरकार ने पानी रोकने की कवायद शुरू कर दी है।
जी हां भारत सरकार सिंधु जल समझौते को रद्द कर सकती है। अगर ये समझौता रद्द होता तो पाकिस्तान को पीने का पानी नहीं मिलेगा। इस समझौते के तहत भारत सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान को देता है।
विदेश मंत्रालय ने दिए संकेत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौता तोड़ने के संकेत दिए हैं। दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी समझौते के लिए दो देशों में आपसी विश्वास और सहयोग बहुत जरूरी है, यह एक तरफा नहीं हो सकता।
क्या कहा स्वरूप ने
विकास स्वरूप ने कहा कि अन्य किसी देश ने कश्मीर मुद्दे पर कुछ नहीं कहा पर नवाज शरीफ ने अपने भाषण का 80% हिस्सा इसी पर केंद्रित रखा। उन्होंने कहा, ‘अन्य सभी देशों ने अपने बयान में आतंकवाद को शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है लेकिन पाकिस्तान अब भी यह मानने को तैयार नहीं।
क्या है सिंधु नदी समझौता?
बता दें कि सिंधु जल समझौता दुनिया के इतिहास का सबसे उदार जल बंटवारा माना जाता है। इसके तहत पाकिस्तान को 80.52 फीसदी पानी यानी 167.2 अरब घन मीटर पानी सालाना दिया जाता है। नदी की ऊपरी धारा के बंटवारे में उदारता की ऐसी मिसाल दुनिया में और किसी जल समझौते में नहीं मिलती।
1960 में हुए सिंधु समझौते के तहत उत्तर और दक्षिण को बांटने वाली एक रेखा तय की गई है, जिसके तहत सिंधु क्षेत्र में आने वाली तीन नदियों का नियंत्रण भारत और तीन का पाकिस्तान को दिया गया है।