योगिता के शव के साथ और भी बहुत कुछ करना चाहता था आरोपी डॉक्टर, सामने आई ये चौका देने वाली रिपोर्ट..
आगरा में डॉक्टर योगिता गौतम हत्याकांड को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है कि हत्यारोपी डॉक्टर विवेक तिवारी कत्ल के बाद योगिता की लाश को जलाना चाहता था. इसी मकसद को पूरा करने के लिए उसने मौका-ए-वारदात पर लकड़ियां इकट्ठा की थीं. हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है. आगरा पुलिस ने भी ऐसी किसी बात का जिक्र अभी तक नहीं किया है.
अब सवाल उठता है कि अगर आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी कत्ल के बाद सबूत मिटाना चाहता था, तो वह लाश को जलाने की क्यों सोचता. जबकि किसी वयस्क की लाश को जलाने के लिए करीब एक कुंतल लकड़ी की ज़रूरत होती है. अगर वो लाश को वहां किसी तरह से जला भी देता तो उसके रंगे हाथों पकड़े जाने की आशंका बहुत ज्यादा थी. क्योंकि उस सुनसान इलाके के आस-पास कई मकान भी हैं.
बहरहाल ये बात सिर्फ एक अफवाह जैसी नजर आती है. क्योंकि इस बारे में पुलिस या कोई संबंधित शख्स कुछ नहीं बोला. एमबीबीएस करने वाली डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के आरोप में डॉक्टर विवेक को गिरफ्तार किया जा चुका है. डॉक्टर योगिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीन गोली लगने की बात कही जा रही है. आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी ने अपना इकबाल-ए-जुर्म कर लिया है.
आगरा के डौकी थाना इलाके में सुनसान जगह पर योगिता का शव बरामद किया गया था. शव सुबह में बरामद हुआ लेकिन शाम तक शिनाख्त हो पाई. हत्यारोपी विवेक तिवारी मुरादाबाद में मेडिकल कॉलेज में योगिता का सीनियर रह चुका है. पुलिस के मुताबिक विवेक तिवारी योगिता पर शादी का दबाव बना रहा था. तिवारी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसका दावा है कि योगिता से उसका 7 साल पुराना परिचय था.
आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि योगिता के परिजनों का आरोप है कि डॉ तिवारी योगिता को अक्सर फोन करता था और धमकी देता था. हत्यारोपी तिवारी अभी जालौन मेडिकल कॉलेज में मेडिकल ऑफिसर है. आगरा पुलिस ने जालौन पुलिस की मदद से हत्यारोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया. एसएसपी ने कहा कि हत्यारोपी से लंबी पूछताछ हुई है और इससे कई जानकारी सामने आई है