यहां जिंदा जैसी दिखाई देती हैं भगवान की मूर्ति, 280 साल है पुराना है ये गार्डन
जयपुर. पिंकसिटी का करीब 280 साल पुराना गार्डन कनक वृंदावन यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाता है। अरावली की पहाडिय़ों के बीच बना गार्डन ये गार्डन किसी जमाने में राजा-रानियों के साथ घूमने के लिए बनाया गया था। इसकी खास बात ये है कि यहां बनी कृष्ण की रासलीला करती मूर्तियां किसी जिन्दा इंसान सी दिखाई देती हैं। जानें इस गार्डन के बारे में…
– कनक वृंदावन का निर्माण करीब 280 साल पहले महाराजा सवाई जय सिंह ने करवाया था।
– जिसे मथुरा के वृंदावन को देखते हुए बनवाया गया है। जिसके पास गोविंद देवजी कॉम्प्लेक्स भी बनवाया गया है।
– इसका नाम भी खास है जो महारानी कनकडे और मधुरा के वृंदावन को मिलाकर बनाया गया है।
– इसके साथ ही यहां कई मंदिर भी हैं। इसके साथ गार्डन को सजाने के लिए कई फाउंटेन भी लगाए गए हैं।
– इस गार्डन में कृष्ण की अलग-अलग लीलाओं को दिखाया गया है।
– वे कहीं गोपियों के साथ रासलीला करते तो कहीं तलाब में नहाती गोपियों के कपड़े चुराते दिख रहे हैं।
– इसके साथ इस गार्डन में कृष्ण के शेषनाग अवतार को भी दिखाया गया है।
– जिसे मथुरा के वृंदावन को देखते हुए बनवाया गया है। जिसके पास गोविंद देवजी कॉम्प्लेक्स भी बनवाया गया है।
– इसका नाम भी खास है जो महारानी कनकडे और मधुरा के वृंदावन को मिलाकर बनाया गया है।
– इसके साथ ही यहां कई मंदिर भी हैं। इसके साथ गार्डन को सजाने के लिए कई फाउंटेन भी लगाए गए हैं।
– इस गार्डन में कृष्ण की अलग-अलग लीलाओं को दिखाया गया है।
– वे कहीं गोपियों के साथ रासलीला करते तो कहीं तलाब में नहाती गोपियों के कपड़े चुराते दिख रहे हैं।
– इसके साथ इस गार्डन में कृष्ण के शेषनाग अवतार को भी दिखाया गया है।
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आठ हिस्सों में बटा है गार्डन
– इस गार्डन की खासियतों की वजह से हां बड़ी संख्या में देशी और विदेशी टूरिस्ट पहुंचते हैं।
– आमेर किले के रास्ते और नाहरगढ़ के नीचे बना ये किला तीन तरफ से अरावली की पहाडिय़ों से घिरा है।
– ये गार्डन आठ हिस्सों में बटा है। जिसमें सबसे खास है परिक्रमा फाउंटेन। जिसे मार्बल की एक स्लैब को तराश कर बनाया गया है।
– इस गार्डन में कई फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। जन्में से एक फिल्म लम्हे भी थी।
– इस गार्डन की खासियतों की वजह से हां बड़ी संख्या में देशी और विदेशी टूरिस्ट पहुंचते हैं।
– आमेर किले के रास्ते और नाहरगढ़ के नीचे बना ये किला तीन तरफ से अरावली की पहाडिय़ों से घिरा है।
– ये गार्डन आठ हिस्सों में बटा है। जिसमें सबसे खास है परिक्रमा फाउंटेन। जिसे मार्बल की एक स्लैब को तराश कर बनाया गया है।
– इस गार्डन में कई फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। जन्में से एक फिल्म लम्हे भी थी।
कैसे पहुंचे यहां
– कनक वृंदावन आमेर किले के रास्ते में बीच में पड़ता है। वहां जाते वक्त इस जगह का भी लुत्फ उठाया जा सकता है।
– लोकल टैक्सी ड्राइवर की मदद से भी इस जगह पर पहुंचा जा सकता है।
– लोकल टैक्सी ड्राइवर की मदद से भी इस जगह पर पहुंचा जा सकता है।