म्यूचुअल फंड के जरिए भी मिल जाता है इंस्टेंट लोन

म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच काफी पॉपुलर हो रहा है। इसके तहत 12 से 14 फीसदी अनुमानित रिटर्न मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। बहुत कम लोग जानते होंगे कि म्यूचुअल फंड के अगेंस्ट लोन भी लिया जा सकता है।

म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए कई तरह के ऑप्शन मिलते हैं। लेकिन आज हम खासतौर पर इक्विटी, डेट और हाइब्रिड के बारे में बात करेंगे। ये जानेंगे कि इन तीनों के अगेंस्ट कितना लोन प्राप्त कर सकते हैं।

यहां अगेंस्ट का अर्थ है कि आप इन फंड को बैंक में गारंटी (Collateral) के रूप में जमा कराते हैं। जैसे ही आप लोन की पेमेंट पूरी कर लेते हैं, आपको ये फंड फिर से मिल जाते हैं।

कितना मिल सकता है लोन?
म्यूचुअल फंड के अगेंस्ट लोन लेने पर उधार राशि उसके टाइप पर निर्भर करता है।

अगर इक्विटी फंड है, तो इसकी वैल्यू का 50 फीसदी लोन के रूप में मिल जाएगा। ये इसलिए कम है कि
क्योंकि ये फंड ज्यादा जोखिम वाला होता है।

डेट फंड और हाइब्रिड फंड के अगेंस्ट 70 से 75 फीसदी लोन मिल जाएगा। क्योंकि ये कम जोखिम वाले फंड होते हैें। डेट और हाइब्रिड फंड में शेयर बाजार का कम उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।

म्यूचुअल फंड के जरिए लोन लेने पर ब्याज दर 10 से 12 फीसदी होता है। हालांकि ये बैंक और वित्तीय संस्थान पर निर्भर करता है।

कैसे करें अप्लाई?
स्टेप 1- सबसे बैंक या फाइनेंशियल संस्था की वेबसाइट पर जाएं।

स्टेप 2- बैंक में लॉगिन करने बाद, आपको यहां म्यूचुअल फंड के अगेंस्ट लोन लेने का
ऑप्शन मिलेगा। अगर ये ऑप्शन नहीं मिलता है, तो इसका मतलब है कि आपका बैंक ये
सर्विस नहीं दे रहा है।

स्टेप 3- इसके बाद मांगी गई जानकारी और डॉक्यूमेंट को सबमिट करें।

स्टेप 4- कई बैंक Cams और Kfintech के जरिए डायरेक्ट म्यूचुअल फंड से जुड़ी डिटेल ले लेते हैं।

स्टेप 5- इसके बाद आपको उन फंड का चयन करना होगा, जिसके अगेंस्ट लोन लेना चाहते हैं।

स्टेप 6- फिर आपके स्क्रीन में लोन से जुड़ी सारी जानकारी सामने आएगी जैसे ब्याज दर, लोन अवधि, अमाउंट, ईएमआई टेन्योर, प्रोसेसिंग फीस इत्यादि। अगर आप इन सभी से सहमत है, तो सबमिट पर क्लिक करें।

स्टेप 7- अंत में आपका पैसा खाते में आ जाएगा। ये ध्यान रखें कि लोन पेमेंट पूरी होने के बाद ही आप म्यूचुअल फंड फिर से वापिस ले पाएंगे।

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