मिनेसोटा में सोमाली प्रवासियों को मिलने वाली कानूनी सुरक्षा खत्म होगी, ट्रंप का एलान

प्रोग्राम की आलोचना करते हुए ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मिनेसोटा धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों का केंद्र बन चुका है। ट्रंप ने लिखा, ‘सोमाली गैंग इस महान राज्य के लोगों को डरा रहे हैं, और अरबों डॉलर गायब हैं। इसलिए उन्हें वापस वहीं भेजेंगे, जहां से वे आए थे। अब बस बहुत हुआ।’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह मिनेसोटा में रहने वाले सोमाली प्रवासियों के लिए अस्थायी कानूनी सुरक्षा तुरंत खत्म कर रहे हैं। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में ये लिखा। ट्रंप अपने इसक दम से एक ऐसे प्रोग्राम को निशाना बना रहे हैं जो निर्वासन को कम करने की कोशिश कर रहा है, जिसे ट्रंप प्रशासन पहले ही उनकी निर्वासन प्रक्रिया को बार-बार कमजोर करने की कोशिश करार दे चुका है।
मिनेसोटा में रहते हैं सबसे ज्यादा सोमाली लोग
अमेरिकी राज्य मिनेसोटा में देश की सबसे बड़ी सोमाली कम्युनिटी है। कई लोग पूर्वी अफ्रीकी देश सोमालिया में लंबे गृह युद्ध से भागकर अमेरिका आए थे और राज्य के सामाजिक प्रोग्राम के जरिए इन्हें कानूनी सुरक्षा भी मिली हुई है। लेकिन ट्रंप की शुक्रवार रात को इस प्रोग्राम को तुरंत खत्म करने की घोषणा कर दी। हालांकि उनके इस एलान से बेहद कम प्रवासियों पर इसका असर पड़ेगा। अगस्त में कांग्रेस में पेश की गई एक रिपोर्ट में बताया गया कि इस प्रोग्राम के तहत कवर होने वाले सोमाली लोगों की संख्या देश भर में सिर्फ 705 है।
साल 1990 में अमेरिकी सरकार ने सोमाली लोगों को दी थी ये कानूनी सुरक्षा
कांग्रेस ने 1990 में अस्थायी सुरक्षा स्टेटस देने वाला प्रोग्राम बनाया था। इसका मकसद लोगों को उन देशों में डिपोर्ट होने से रोकना था जो प्राकृतिक आपदा, गृह युद्ध या दूसरे खतरनाक हालात से जूझ रहे हैं। इस प्रोग्राम के तहत अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी सचिव सोमाली लोगों को मिनेसोटा में रहने की कानूनी सुरक्षा दे सकते हैं और इसे 18 महीने के लिए बढ़ाया जा सकता है।
ट्रंप ने की तीखी आलोचना
इस प्रोग्राम की आलोचना करते हुए ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मिनेसोटा धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों का केंद्र बन चुका है। ट्रंप ने लिखा, ‘सोमाली गैंग इस महान राज्य के लोगों को डरा रहे हैं, और अरबों डॉलर गायब हैं। इसलिए उन्हें वापस वहीं भेजेंगे, जहां से वे आए थे। अब बस बहुत हुआ।’ डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की सत्ता पर काबिज होने के बाद से लाखों अप्रवासियों को अमेरिका से बाहर करने का वादा किया है। इसके तहत ट्रंप प्रशासन ने कई कानूनी सुरक्षा कार्यक्रमों को बंद कर दिया है, जिनसे अप्रवासियों को अमेरिका में रहने और काम करने की कानूनी सुरक्षा मिलती थी। इसके तहत ट्रंप ने छह लाख वेनेज़ुएला और पांच लाख हैती के लोगों को मिली कानूनी सुरक्षा खत्म कर दी। जिन्हें पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने यह सुरक्षा दी थी।





